न्यूजग्राम हिंदी: आज हम आपको बॉलीवुड (Bollywood) के एक ऐसे शख्स की कहानी बताएंगे जिन्होंने अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को महानायक बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
यह शख्स कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड की सफल निर्देशक प्रकाश मेहरा (Prakash Mehra) है। यह मूल रूप से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजनौर (Bijnor) के रहने वाले हैं और छोटी सी उम्र में यह बिजनौर से अपने नाना जी की तिजोरी से मात्र तेरह रूपये चुराकर मुंबई (Mumbai) भाग गए थे। वहां पर इन्होंने बिजनौर के नाई के यहां काम किया और दूसरी ओर इनके नाना इन्हें ढूंढते हुए मुंबई आ पहुंचे और इन्हें वापस अपने साथ बिजनौर ले गए। लेकिन बालक का फिल्मों का जुनून कम नहीं हो रहा था जिसके चलते यह वापस मुंबई चले आए।
इन्होंने अपनी 5 फिल्मों से अमिताभ बच्चन को महानायक बना दिया। दरअसल जब यह मुंबई में नाई की दुकान पर काम करते थे तो उन्होंने कुछ निर्माता और निर्देशक से पहचान बना ली। जिस कारण से इन्हें फिल्म लिखने का मौका मिल गया लेकिन यह सफर यही खत्म नहीं हुआ और 1972 में इन्होंने "मेला" और "समाधि" फिल्म को निर्देशित किया।
यकीनन मेहरा कुछ बड़ा करना चाहते थे इसीलिए इन्होंने अपने एक दोस्त से किसी तरह 25 हजार रूपये का इंतजाम कर लिया। और फिल्म को निर्देशित करने के साथ साथ प्रोड्यूस भी किया।
यह उस समय की बात हैं जब अमिताभ बच्चन की फिल्में एक के बाद एक फ्लॉप होती जा रही थी। और सभी निर्देशक और निर्माता उनसे दूरियां बनाते जा रहे थे। अमिताभ खुद को एक और मौका देना चाह रहे थे इसी समय उनकी मुलाकात मेहरा से हो गई और फिर इन दोनों ने ही अपने अपने करियर को बनाने में एक दूसरे का सहारा लिया और दोनों ने साथ में "जंजीर" फ़िल्म की बस फिर क्या था दोनों की तकदीर ने जोर पकड़ा और यह फिल्म और जोड़ी दोनों सुपरहिट रही।
इसके बाद इस जोड़ी ने 1976 में फिल्म हेरा फेरी की इसमें अमिताभ के साथ विनोद खन्ना भी थे। इसके बाद एक के बाद एक मुक्कदर का सिकंदर, नमक हलाल, शराबी जैसे कई सुपरहिट फिल्म दी। प्रकाश मेहरा का 2009 में निधन हो गया वही अमिताभ अब भी फिल्मों में काम कर रहे हैं।
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