भारतीय मूल के कंजर्वेटिव पार्टी के राजनेता 42 वर्षीय ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे। यह ब्रिटिश सार्वजनिक जीवन में एक चौंकाने वाली बड़ी घटना है, क्योंकि वह महज सात साल पहले संसद सदस्य बने थे।
यह पहली बार होगा, जब कोई गैर-श्वेत ब्रिटेन में सरकार के प्रमुख का पद ग्रहण करेगा। सुनक के पास अंतर्राष्ट्रीय मामलों को देखने के लिए अब एक प्रमुख पद होगा, क्योंकि ब्रिटेन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक स्थायी सदस्य होने के साथ-साथ जी7 का एक घटक भी है। ब्रिटेन दुनिया में सबसे अधिक औद्योगीकृत देश है।
मैदान में एकमात्र प्रतियोगी पेनी मॉरडाउंट (Penny Mordaunt) ने एक ट्वीट के साथ नामांकन बंद होने से कुछ मिनट पहले ही नाटकीय रूप से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।
सर ग्राहम ब्रैडी, कंजर्वेटिव पार्लियामेंट्री पार्टी (The Conservative Party) की 1922 समिति के अध्यक्ष और नेतृत्व चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार रिटर्निग ऑफिसर ने पुष्टि की कि 'हमें केवल एक वैध नामांकन प्राप्त हुआ है'। उन्होंने घोषणा की : 'ऋषि सुनक इसलिए कंजर्वेटिव पार्टी के नेता चुने गए हैं।'
सुनक की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई। साउथहैंपटन में एक डॉक्टर पिता और रसायनज्ञ मां के घर जन्मे, उन्होंने निजी स्कूल विनचेस्टर कॉलेज, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और संयुक्त राज्य अमेरिका में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। उनका पेशेवर करियर एक निवेश बैंकर और हेज फंड मैनेजर का था।
उन्होंने स्कूल की छुट्टियों के दौरान साउथहैंपटन (Southampton) में एक बांग्लादेशी स्वामित्व वाले भारतीय रेस्तरां में वेटर के रूप में काम किया। विश्वविद्यालय में रहते हुए उन्होंने लंदन में अपने मुख्यालय में कंजर्वेटिव पार्टी के साथ इंटर्नशिप की। उन्हें 2015 में यॉर्कशायर के रिचमंड की ग्रामीण सीट से संसद सदस्य चुना गया था।
उनकी पहली सरकारी जिम्मेदारी स्थानीय सरकार के लिए संसदीय अवर सचिव की थी। प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने उन्हें जनवरी 2018 में इसके लिए नियुक्त किया। तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उन्हें जुलाई 2019 में ट्रेजरी का मुख्य सचिव नियुक्त किया था।
आईएएनएस/PT