न्यूज़ग्राम हिंदी: इस साल जब विश्व अर्थव्यवस्था के मात्र 1.9 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है, तब 5.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ India दुनिया की सबसे तेज अथव्यवस्था होगी। यह बात वैश्विक अर्थव्यवस्था की निगरानी करने वाले संयुक्त राष्ट के मुख्य अधिकारी ने कही।
भारत की अध्यक्षता वाली बड़ी विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के समूह प्रमुख हामिद राशिद ने कहा, वैश्विक आर्थिक निगरानी शाखा अगले वर्ष के लिए भारत के लिए 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगा रहा है, जो जी20 के अन्य सदस्य देशों के सापेक्ष बहुत अधिक है।
इस बीच नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के आर्थिक प्रदर्शन का श्रेय उसके नेतृत्व को दिया।
मुर्मू ने अपने गणतंत्र दिवस के भाषण में कहा, सरकार के समय पर और सक्रिय हस्तक्षेप के कारण भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहा है। विशेष रूप से सरकार की आत्मानिर्भर भारत की पहल ने लोगों के बीच शानदार प्रतिक्रिया हासिल की।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के इस वर्ष 0.4 प्रतिशत और अगले वर्ष 1.7 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। जबकि समग्र रूप से विकसित अर्थव्यवस्थाओं के लिए रिपोर्ट में मई में अनुमानित विकास दर में 0.2 प्रतिशत से 0.4 प्रतिशत और इस वर्ष 1.6 प्रतिशत की कटौती की गई है। अगले वर्ष 1.7 प्रतिशत की कमी की उम्मीद है।
राशिद ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए गिरती बेरोजगारी, मुद्रास्फीति में कमी और कम आयात बिल को जिम्मेदार बताया है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर पिछले चार वर्षों में 6.4 प्रतिशत हो गई है। इसका मतलब है कि घरेलू मांग काफी मजबूत रही है।
डब्ल्यूएसपी ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि 2022 में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नौकरियों की वृद्धि हुई।
--आईएएनएस/VS