भारत का राष्ट्रीय चिन्ह (National Symbol) अशोक स्तंभ (Ashok Column) सारनाथ (Sarnath) की खुदाई में मिला था और इसे अंग्रेजी सिविल इंजीनियर फ्रेडरिक ऑस्कर (Fredrick Oscar) ने खोजा था। फ्रेडरिक जर्मनी (Germany) के इंजीनियर थे भले ही वह एक ब्रिटिश नागरिक थे लेकिन भारतीय कला और भारत की राष्ट्रीय पहचान में उनका ही बहुत बड़ा योगदान रहा है
इसका एक कारण यह भी है कि ब्रिटिश शासन के दौरान उन्होंने अपना अधिकतर समय भारत में ही बताया था। अगर ऑस्कर इस प्रतीक की खोज ना करते तो हमारा राष्ट्रीय प्रतीक इतिहास में डूबा रह जाता और हम इसे कभी नहीं जान पाते। इसकी खोज 1904-05 में उत्तर प्रदेश में स्थित सारनाथ में चल रही एक पुरातात्विक स्थल की खुदाई करते हुए हुई।
• अशोक स्तंभ को 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र भारत (Republic Day) के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया था।
• हेरिटेज लैब की माने तो इस प्रतीक में सिंह, शक्ति, साहस और आत्मविश्वास के प्रतीक हैं।
• अशोक स्तंभ में सभी सिंह एक बेलनाकार अबेकस के ऊपर बैठे हुए हैं।
• इस स्तंभ के गोल आधार पर (जो एक खड़े हुए कमल के उल्टे लटके रूप में बना हुआ है) एक घोड़ा (Horse), एक बैल, एक शेर और एक हाथी है और इन सभी जानवरों को 24 तीलियों वाले चक्र (जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) में दिखता है) के माध्यम से अलग किया गया है।
• वैसे तो इस स्तंभ में चार सिंह है, लेकिन मात्र तीन सिंह ही दिखाई देते हैं चौथा छुपा हुआ है।
• अशोक स्तंभ के नीचे देवनागरी (Devnagri) लिपि में सत्यमेव जयते (Satyamev Jayate) लिखा हुआ है।
(PT)