वैज्ञानिक निश्चित नहीं थे कि बाल(Hair) घुंघराले क्यों होते हैं, लेकिन जीन का अध्ययन करने के बाद, उन्होंने पाया कि चार विशिष्ट भिन्नताएँ जिम्मेदार हैं। जब बाल एक निश्चित स्थान के चारों ओर एक घेरे में उगते हैं, तो इसे बालों का गुच्छा कहा जाता है। किसी व्यक्ति के सिर पर इन वृत्तों की संख्या और दिशा को व्होरल पैटर्न कहा जाता है, जिसे खोपड़ी पर देखा जा सकता है। इन पैटर्नों के पीछे के जीन का पता लगाने से हमें यह जानने में मदद मिल सकती है कि हमारा शरीर कैसे काम करता है।
रिसर्च में खुलासा
वैज्ञानिकों(Scientists) ने मानव खोपड़ी के बालों(Hair) में जीन पर एक अध्ययन किया। वे इस बारे में और अधिक जानना चाहते थे कि लोग एक-दूसरे से अलग क्यों दिखते हैं। उन्होंने चीनी लोगों के एक समूह का अध्ययन किया और पाया कि फिंगरप्रिंट पैटर्न, भौंहों की मोटाई, ईयरलोब का आकार और बालों का घुंघरालेपन जैसी चीजें विभिन्न जीनों द्वारा निर्धारित होती हैं। उन्होंने यह भी पता लगाया कि बालों के बढ़ने की दिशा केवल एक जीन द्वारा नियंत्रित नहीं होती है, बल्कि कई जीन एक साथ काम करते हैं। इसका मतलब यह है कि ये लक्षण विरासत में मिले हैं।
जीन (Genes) में बदलाव बड़ी वजह
शोध में पाया गया कि चार अलग-अलग जीन हैं जो हमारे बालों से संबंधित हैं। ये जीन नियंत्रित कर सकते हैं कि हमारे बाल अलग-अलग दिशाओं में कैसे बढ़ते हैं। वे इस पर भी प्रभाव डाल सकते हैं कि जब हम शिशु होते हैं तो हमारा मस्तिष्क कैसे विकसित होता है। प्रोफ़ेसर वांग सोचते हैं कि हमारे बाल कैसे बढ़ते हैं और हमारा मस्तिष्क कैसे विकसित होता है, इसके बीच कोई संबंध हो सकता है, लेकिन उन्हें अभी तक इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है। हमें अभी भी इस बारे में बहुत कुछ सीखना बाकी है कि हम वैसे क्यों दिखते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि जिज्ञासु होने और प्रश्न पूछने से, हमें उत्तर मिल जाएंगे। (AK)