Agastya Tree - पेड़ हमारे जीवन की लिए कितना जरूरी है यह हम सभी जानते है। पेड़ ऑक्सीजन, खाना, लकड़ी आदि के अलावा बीमार होजाने पर हमे दवा भी कई पेड़ो से ही मिलती है, हमारे पूर्वज भी अपने इलाज के लिए पेड़ो के पत्ते, जड़, तना आदि का ही सहारा लेकर अपना इलाज करते थे। पेड़ो के बारे में अगर अच्छी जानकारी हो तो हम भी उनका सेवन कर अपने सेहत को बेहतर बना सकते है । आज हम ऐसे ही पेड़ के गुणों के बारे में आपको बताएंगे जिसे जानकर वह पेड़ आपको किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं लगेगा।
अगस्त्य पेड़ के बारे में आपने जरूर सुना होगा लेकिन इसके औषधीय गुणों से आप अंजान होंगे। आयुर्वेद में इसे औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है। इसका वानस्पतिक नाम सेस्बेनिया ग्रैण्डीफ्लोरा है। इसके अलावा इसे अगस्त का पेड़ भी कहा जाता है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है। इसके फूल सफेद और गुलाबी रंग के होते हैं और इनकी सब्जी भी बनाई जाती है, जो स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वास्थ्यवर्द्धक भी होती है। इसके जड़, फूल और फलों का इस्तेमाल दवाइयां बनाने के लिए भी किया जाता है।
अगस्त पेड़ के बीजों का तेल निकाला जाता है। इसके फलों का स्वाद मीठा, कसैला और कड़वा होता है। अगस्त के पेड़ के उपयोगी भागों को काढ़ा, चूर्ण और रस के रूप में लिया जा सकता है। इनके सेवन से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इससे याद्दाश्त तेजी होती है, खांसी-जुखाम और बुखार में भी इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।
१) कोई फोड़े-फुंसी, खुजली, दाद, मुहांसों से परेशान है तो किसी को कई दूसरे तरीके के त्वचा रोग है। ऐसे में अगस्त्य के पेड़ के फूलों को फायदेमंद बताया गया है। इसमें विटामिन बी और विटामिन सी है जिससे त्वचा संबंधी रोग ठीक होते हैं।
२)आंखों में दर्द, आंखें लाल होना, या आंखों में जलन होना शामिल हैं। ऐसे में अगस्त्य पेड़ के फूल, पत्तों और फलों का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहेगा।
३)मिर्गी के रोग में सहायक ,रक्तस्त्राव में फायदेमंद, गठिया रोग में , पेट दर्द और सिर दर्द में राहत दिलाता है।
अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित है और आयुर्वेद में इलाज करवाना चाहते हैं तो भी इसका सेवन अपने आप करने से बचें। इसके लिए आपको एक बार आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए।