HPV Vaccine - एचपीवी वायरस के एक समूह का नाम है जिसमें 100 से अधिक प्रकार समिलित हैं। 40 से भी अधिक प्रकार के एचपीवी यौन संपर्क के माध्यम से फैल सकते हैं। जननांग क्षेत्र को संक्रमित करने वाले प्रकार को जननांग एचपीवी कहा जाता है। HPV वैक्सीन ही एकमात्र ऐसा वैक्सीन है जो कुछ तरह के कैंसर से बचाव के लिए लगाया जा सकता है।अभी तक तो ऐसा कोई भी वैक्सीन नहीं है जिसको लगवा कर कैंसर से बचाव की गारंटी मिल सके । यह भी केवल सेक्शुअली ट्रांसमिट होने वाली बिमारिया और उनके कारण बढ़ने वाले कैंसर की रोकथाम के लिए ही है।
HPV (Human papillomavirus) से रोकथाम के लिए ही ह्यूमन पेपिलोमा वायरस वैक्सीन बनाई गई है। HPV वैक्सीन दो तरह के होते हैं एक टाइप 16 और दूसरा टाइप 18 इनके कारण ही यूटरेस, वेजाइनल और एनल कैंसर से बचाव हो सकता है। यह वैक्सीन 70% तक जननांगों के कैंसर और 90% तक एनल कैंसर से बचाव कर सकता है। सिर्फ कैंसर से ही नहीं यह जेनिटल वार्ट्स (मस्सों) से राहत दे सकता है और कई तरह के सेक्शुअल इन्फेक्शन से बचाव करने में भी सहायक है।
यह वैक्सीन 9 से लेकर 45 साल की उम्र तक लगवाया जा सकता है और डॉक्टर गरिमा के मुताबिक, इस वैक्सीन को सेक्शुअल एक्टिविटी शुरू करने से पहले लगवा लेना सही साबित होता है।
आपको एचपीवी टीका नहीं लगवाना चाहिए यदि आप
गर्भवती हैं। गर्भावस्था के दौरान टीके की सुरक्षा के बारे में बहुत अधिक शोध नहीं हुआ है, इसलिए बच्चे के जन्म के बाद इसे लगवाना सबसे अच्छा है तथा यदि
आपको पिछले एचपीवी शॉट या उसमें मौजूद अवयवों से कोई प्रतिक्रिया हुई थी , तो उन्हें आप अपनी गंभीर एलर्जी के बारे में सूचित करें, जिसमें यीस्ट या लेटेक्स एलर्जी भी शामिल है, जिससे एलर्जी प्रतिक्रिया का खतरा बढ़ सकता है यदि आपको मध्यम से गंभीर बीमारी है तो आपको स्वस्थ होने तक टीका लगवाने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। अपने डाक्टर से पूछ कर ही टीका लगवाना सुरक्षित है।
टीका लगवाने के बाद कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं देखे गए है लेकिन कुछ देर के लिए इसके द्वारा होने वाले आम दुष्प्रभाव जरूर है जैसे - इंजेक्शन स्थल पर दर्द, सूजन या लालिमा, सिरदर्द या थकान महसूस होना, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, चक्कर आना, बुखार। परन्तु इसका कोई दीर्घकालिक दुष्प्रभाव नहीं है।