
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, योग सिर्फ शरीर को लचीला और मजबूत बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि ये हमारे पेट और पाचन तंत्र (Digestive System) को भी मजबूत करता है। खासकर सुबह के समय खाली पेट अगर कुछ खास योगासन (Yoga Asanas) किए जाएं, तो धीरे-धीरे कब्ज की शिकायत खत्म होने लगती है।
पवनमुक्तासन: पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana) पेट से गैस बाहर निकालने में मदद करता है। इसे लेटकर किया जाता है और इसमें पैर को मोड़कर पेट से सटाना होता है, जिससे आंतों पर हल्का दबाव पड़ता है और कब्ज से राहत मिलती है।
बालासन: बालासन (Balasana) में शरीर को झुकाकर बैठा जाता है और पेट की हल्की मसाज होती है। यह ना सिर्फ कब्ज दूर करता है, बल्कि दिमाग को भी शांत करता है।
पश्चिमोत्तानासन: पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana) पेट, रीढ़ और कमर तीनों पर असर डालता है। इसमें आगे झुकने से पेट की अंदरूनी सफाई होती है और ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) बेहतर होता है।
सुप्त मत्स्येन्द्रासन: सुप्त मत्स्येन्द्रासन (Supta Matsyendrasana) आंतों को एक्टिव करता है और पाचन क्रिया को सुधारता है।
मार्जरासन: मार्जरासन (Marjariasana) में शरीर को आगे-पीछे झुकाने से पेट एक्टिव होता है और गैस, एसिडिटी जैसी दिक्कतों से छुटकारा मिलता है।
मलासन: मलासन (Malasana) न केवल कब्ज के लिए फायदेमंद है, बल्कि शरीर को संतुलन भी देता है। इसमें बैठने से कोलन पर प्रभाव पड़ता है और मल त्याग में आसानी होती है।
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