मरेज ग्रेजुएशन: क्यों यह नया ट्रेंड जापान में पॉपुलर हो रहा है?

जापान में इन दिनों मेरेज ग्रेजुएशन नाम का ट्रेंड बहुत पॉपुलर हो रहा है। इसमें पति-पत्नी शादीशुदा रहते हैं लेकिन अपनी-अपनी जिंदगी अलग जीते हैं। तलाक की बजाय लोग मेरेज ग्रेजुएशन चुन रहे हैं क्योंकि इसमें सम्मान भी बचा रहता है और आज़ादी भी मिलती है।
मरेज ग्रेजुएशन
मरेज ग्रेजुएशनSora AI
Published on
3 min read

मेरेज ग्रेजुएशन क्या है?

मेरेज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) को जापानी (Japan) भाषा में सोत्सुकोन (Sotsukon) कहा जाता है। यहाँ “सोत्सु” का मतलब है “ग्रेजुएशन” यानी किसी स्टेज को पूरा करके आगे बढ़ना, और “कोन” का मतलब है “शादी”। यानि मेरेज ग्रेजुएशन का मतलब है शादी को तोड़ना नहीं, बल्कि उसे एक नए रूप और नए चरण में आगे बढ़ाना। यह तलाक जैसा नहीं है बल्कि शादी से निकलकर भी रिश्ते की इज़्ज़त और दोस्ती बनाए रखना है।

तलाक और मेरेज ग्रेजुएशन में फर्क

तलाक (Divorse) को समाज में अब भी असफलता और रिश्ते के टूटने के रूप में देखा जाता है। इसमें कानूनी दिक्कतें, परिवार का बिखरना और बच्चों पर असर जैसी परेशानियाँ होती हैं। मेरेज ग्रेजुएशन में शादी कानूनी रूप से खत्म नहीं होती। कुछ कपल्स एक ही घर में रहकर भी अलग-अलग दिनचर्या अपनाते हैं। कुछ लोग अलग घर लेकर भी दोस्ताना रिश्ता बनाए रखते हैं और मिलते जुलते रहते है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें तलाक जैसी कड़वाहट नहीं होती। रिश्ता आगे भी इज़्ज़त और सहजता से चलता है।

जापान (Japan) में शादी के बाद घर और बुजुर्गों की ज़िम्मेदारी ज़्यादातर महिलाओं के कंधो पर आती है। जब पति रिटायर होते हैं तो पत्नी से उम्मीद की जाती है की वह चौबीस घंटे देखभाल करेगी। इससे कई महिलाएं थक जाती हैं और खुद के लिए समय नहीं निकाल पातीं। इसीलिए 60 साल से ऊपर की आधी से ज़्यादा महिलाएं मेरेज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) को अपनाना चाहती हैं। उनके लिए यह आत्मनिर्भरता और पहचान बनाए रखने का रास्ता है।

मेरेज ग्रेजुएशन आज़ादी तो देता है लेकिन इसके साथ अकेलेपन और भावनात्मक दूरी की चुनौती भी आती है।
मेरेज ग्रेजुएशन आज़ादी तो देता है लेकिन इसके साथ अकेलेपन और भावनात्मक दूरी की चुनौती भी आती है।Sora AI

आज़ादी और अकेलापन

मेरेज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) हमेशा आसान नहीं होता। जापान के तेत्सु यामादा (Tetsu Yamada) नाम के एक शख्स ने अपनी पत्नी से अलग रहना शुरू किया। शुरुआत में उन्हें आज़ादी और आराम अच्छा लगा। लेकिन जल्द ही उन्हें अकेलापन (Loneliness) और घर का काम बोझ जैसा महसूस होने लगा। यह बताता है कि मेरेज ग्रेजुएशन आज़ादी तो देता है लेकिन इसके साथ अकेलेपन और भावनात्मक दूरी की चुनौती भी आती है।

Also Read: परमाणु बम से दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तक – जापान का आत्मसमर्पण दिवस

मेरेज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) के पॉपुलर होने की एक बड़ी वजह इसका नाम है। तलाक शब्द रिश्ते के टूटने और असफलता की छवि देता है। वहीं ग्रेजुएशन शब्द एक नई शुरुआत, नए लेवल और सकारात्मक बदलाव का अहसास कराता है। इसी वजह से समाज इसे तलाक की बजाय एक बेहतर और स्वीकार्य विकल्प मान रहा है।

भारत और मेरेज ग्रेजुएशन?

भारत (India) जैसे देशों में, जहाँ तलाक को अब भी समाज बुरा मानता है, मेरेज ग्रेजुएशन एक बीच का रास्ता हो सकता है। कपल्स शादीशुदा रहते हुए भी अपनी-अपनी जिंदगी जी सकते हैं और परिवार की इज़्ज़त भी बनी रहती है। हालाँकि यहाँ सामाजिक सोच इतनी आसानी से बदलेगी या नहीं, यह कहा नहीं जा सकता।

यह ट्रेंड दिखाता है कि शादी अब सिर्फ बंधन नहीं बल्कि साझेदारी मानी जा रही है।
यह ट्रेंड दिखाता है कि शादी अब सिर्फ बंधन नहीं बल्कि साझेदारी मानी जा रही है। Sora AI

निष्कर्ष

मेरेज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) किसी के लिए नई आज़ादी है तो किसी के लिए जिम्मेदारी से भागने जैसा। लेकिन सच यह है कि यह ट्रेंड दिखाता है कि शादी अब सिर्फ बंधन नहीं बल्कि साझेदारी मानी जा रही है। जापान (Japan) में खासकर महिलाओं के लिए मेरेज ग्रेजुएशन राहत और स्वतंत्रता का विकल्प है। हालांकि इसके साथ अकेलेपन की चुनौतियाँ भी जुड़ी हैं। फिर भी यह सच है कि मेरेज ग्रेजुएशन तलाक से बेहतर विकल्प बनकर लोगों को एक नया रास्ता दिखा रहा है। [Rh/Eth/BA]

मरेज ग्रेजुएशन
बूढ़ों का देश बनता जा रहा है जापान, क्या बचा पाएगा अपना भविष्य?

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com