Trekking In Monsoon: मानसून में ट्रैकिंग करना है, तो रखें इन बातों का ध्यान

Trekking In Monsoon: बरसात की वजह से फिसलन बढ़ जाति है, अतः पहाड़ों पर चढ़ने और उतरने के दौरान मजाक-मस्ती और सेल्फी लेने से बचें। बल्कि एक सुरक्षित स्थान का चयन करके ये क्रिया-कलाप आप कर सकते हैं।
Trekking In Monsoon: मानसून में ट्रैकिंग करना है, तो रखें इन बातों का ध्यान
Trekking In Monsoon: मानसून में ट्रैकिंग करना है, तो रखें इन बातों का ध्यान Trekking (Wikimedia Commons)

Trekking In Monsoon: मानसून का समय है और लोग इस वक्त में बाहर यात्रा करने जरूर जाते हैं। इस समय में यात्रा करने का एक अलग ही आनंद है। हरी-भरी प्रकृति की सुंदरता चारों ओर अपनी छटा से लोगों को आकर्षित करती है। और यही कारण है कि मानसून में युवाओं को ट्रैकिंग और एडवेंचर बेहद पसंद होता है। पर ऐसे स्थानों पर जाते समय यात्रियों को मानसून को ध्यान में रखते हुए कुछ बातें विशेष ध्यान में रखनी चाहिए। जो लोग जोश-जोश में रोमांच लेने के लिए ट्रैकिंग करने निकल पड़ते हैं, वो इन सावधानियों को जरूर जान लें-

1. भले ही चारों ओर बारिश हो रही है और चारों ओर जल के स्त्रोत दिख रहे हों, पर फिर भी अपने पास पानी की एक बोतल जरूर रखें। क्योंकि बाहर का पानी दूषित हो सकता है और उसको पीने से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, इसलिए अपने पास साफ पानी की बोतल जरूर रखें।

2. रात के समय में और बहुत तीव्र बारिश में ट्रैकिंग बिल्कुल न करें। चूंकि ट्रैकिंग में विजिबिलिटी होना जरूरी है और रात के समय में, बारिश में पारदर्शिता कम हो जाती है, इसलिए ऐसे में खतरा न मोल लें।

3. पहाड़ों पर कीचड़ और काई भरी फिसलन होती है, इसलिए अच्छी ग्रिप वाले जूते पहनें, जो जमीन को पकड़ सकें और छोटे नदी-नाले पार करने में मदद कर सके।

4. अच्छी बॉडी मूवमेंट के लिए जरूरी है कि आप फैंसी कपड़ों की जगह ऐसे कपड़े पहनें जो सरल बॉडी मूवमेंट में मददगार हो। एक अच्छे से स्ट्रेचेबल कपड़े के साथ-साथ, एक रेन कोट होना जरूरी है।

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5. आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए आपके पास फर्स्ट ऐड, रस्सी, टॉर्च, वाटर प्रूफ टैंट जैसी जरूरी वस्तुएं होनी चाहिए।

6. चूंकि इस समय में हरियाली अधिक हो जाती है और कीड़े-मकौड़े की तादाद भी बढ़ जाती है, तो ऐसे में कहीं आराम फरमाने के लिए बैठने से पहले जांच जरूर कर लें और साथ में एक लंबी छड़ी जरूर रखें।

7. बरसात की वजह से फिसलन बढ़ जाति है, अतः पहाड़ों पर चढ़ने और उतरने के दौरान मजाक-मस्ती और सेल्फी लेने से बचें। बल्कि एक सुरक्षित स्थान का चयन करके ये क्रिया-कलाप आप कर सकते हैं।

उपर्युक्त बातों का विशेष ध्यान रखते हुए ही ट्रैकिंग पर जाएं। आपकी एक छोटी सी भूल आपको खतरे में डाल सकता है।

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