इस गांव में आज़ादी के बाद पहली बार मनाया गया गणतंत्र दिवस

आजादी के बाद पहली बार संयुक्त सुरक्षाबल कैम्प पोटकपल्ली एवं ग्राम पंचायत के नागरिकों द्वारा संयुक्त रूप से देश के 74वें गणतंत्र दिवस का समारोह बहुत ही उत्साह एवं उल्लास के साथ मनाया गया।
इस गांव में आज़ादी के बाद पहली बार मनाया गया गणतंत्र दिवस  (Wikimedia Common)

इस गांव में आज़ादी के बाद पहली बार मनाया गया गणतंत्र दिवस  (Wikimedia Common)

छत्तीसगढ़

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न्यूजग्राम हिंदी: आजादी के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा जिले के सुदूर क्षेत्र में स्थित और अति नक्सल प्रभावित रहे पोटकपल्ली गांव में इस साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया गया। समारोह में सीआरपीएफ (CRPF) के साथ गांववासियों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। बता दें कि पिछले साल ही सीआरपीएफ ने यहां एक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) स्थापित किया था।

सीआरपीएफ ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पोटकपल्ली ग्राम पंचायत द्वारा प्रथम बार स्वयं के स्तर पर गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित किया गया। पहले यह गांव नक्सलियों के प्रभाव में होने के कारण राष्ट्र की मुख्यधारा से कटा हुआ था। आजादी के बाद पहली बार संयुक्त सुरक्षाबल कैम्प पोटकपल्ली एवं ग्राम पंचायत के नागरिकों द्वारा संयुक्त रूप से देश के 74वें गणतंत्र दिवस का समारोह बहुत ही उत्साह एवं उल्लास के साथ मनाया गया।

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जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस के समारोह के अंतर्गत पोटकपल्ली कैम्प में स्थित सीआरपीएफ के 208 कोबरा, 212 वाहिनीकेरिपु बल और बस्तरिया बटालियन सहित जिला बल एसटीएफ की संयुक्त परेड भी आयोजित की गई। इस दौरान तिरंगा फहराकर उसे सलामी दी गई। यही नहीं सीआरपीएफ के जवानों ने ग्रामीणों के साथ पारंपरिक नृत्य भी किया।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र है और यहां सीआरपीएफ लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाकर क्षेत्र में अपने बेस कैंप स्थापित कर रहा है। यही वजह है कि कई नक्सल प्रभावित गांव मुख्यधारा में लौटने लगे हैं।

आईएएनएस/PT

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