भारतीय मूल की ब्रिटिश लेखिका और अकादमिक प्रीति तनेजा (Preti Taneja) ने अपने उपन्यास 'आफ्टरमैथ (Aftermath)' के लिए 2022 का गॉर्डन बर्न (Gordon Burn) पुरस्कार जीता है। गॉर्डन बर्न पुरस्कार अंग्रेजी में लिखे गए वर्ष के सबसे चर्चित और प्रगतिशील चिंतन वाली कथा-पुस्तक के लिए दिया जाता है।
पुरस्कार के लिए 'आफ्टरमाथ' का चयन जजों के एक पैनल ने किया था, जिसमें खिलाड़ी और स्तंभकार जोनाथन ल्यू, लेखक डेनिस मीना, प्रसारक स्टुअर्ट मैकोनी, कलाकार और कवि हीथर फिलिप्सन और लेखक चित्रा रामास्वामी शामिल थे।
पुस्तक 2019 में लंदन ब्रिज पर सास्किया जोन्स और जैक मेरिट को छुरा घोंपकर मार डालने की घटना का अर्थ निकालने का प्रयास करती है। हत्यारा 28 वर्षीय उस्मान खान एक सजायाफ्ता आतंकवादी था, जिसने आठ साल जेल में बिताए।
'आफ्टरमैथ' हिंसा के बाद विश्वास हासिल करने और मानवीय करुणा में विश्वास के पुननिर्माण का एक गहन प्रयास है।
प्रीति तनेजा न्यूकैसल विश्वविद्यालय (Newcastle University) में विश्व साहित्य और रचनात्मक लेखन के प्रोफेसर हैं। उनके पहले उपन्यास 'वी दैट आर यंग We that are Young)' को 2018 में डेसमंड इलियट पुरस्कार मिला था।
प्रीति तनेजा को नकद पुरस्कार के रूप में 5,000 पाउंड मिले हैं और उन्हें स्कॉटिश गार्डन बर्न्स कॉटेज में तीन महीने तक के लिए राइटिंग रिट्रीट करने का अवसर दिया जाता है।
कई पुरस्कारों के लिए उनका चयन किया गया है, जिनमें रिपब्लिक ऑफ कॉन्शियसनेस प्राइज, प्रिक्स जान माइकल्स्की और शक्ति भट्ट पुरस्कार शामिल हैं।
आईएएनएस/PT