बचपन में रोज दिखने वाले सपने की वजह से लता मंगेशकर का नाम गिनीज बुक में हुआ दर्ज

लता मंगेशकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था लोग उन्हें स्वर कोकिला के नाम से जानते थे। उन्हीं लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है।
स्वर कोकिला:लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है।
स्वर कोकिला:लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है।Wikimedia

आज यानि 28 सितंबर को दिग्गज गायिका लता मंगेशकर का जन्मदिन है। इसी वर्ष 6 फरवरी 2022 को उनका निधन हो गया था। लता जी का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था।

लता मंगेशकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था लोग उन्हें स्वर कोकिला के नाम से जानते थे। उन्हीं लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है। 6 फरवरी 2022 को कोरोना संक्रमित होने के कारण उनका निधन हो गया।हालांकि उन्हें इलाज के लिए मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। उन के पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी थिएटर एक्टर, म्यूजिशियन और वोकलिस्ट थे।संगीत इन्हें विरासत में मिला क्योंकि इनके पिता रंगमंच के कलाकार और गायक भी थे। उनके बचपन का पहला नाम 'हेमा' था, मगर जन्‍म के 5 साल बाद माता-पिता ने इनका नाम 'लता' रख दिया था।

स्वर कोकिला:लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है।
‘नाम रह जाएगा’ : Lata Mangeshkar के संगीत के प्रति योगदान को अनूठी श्रद्धांजलि
लता मंगेशकर का परिवार
लता मंगेशकर का परिवारWikimedia

20-22 साल की उम्र में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) दिन में छह से आठ गाने तक रिकॉर्ड करती थीं। सुबह को दो गाने, दोपहर में दो गाने और फिर शाम को दो या तीन गाने।दिन भर मेहनत करने के बाद जब वह थक कर सो जाती तो उन्हें रोज रात को एक सपना आता था। इस सपने के बारे में वह अपनी मां को बताती थी। लता मंगेशकर ने बताया की कि उन्हें सपने में सुबह के वक्त वह समुद्र के पास काले पत्थर के पास बने मंदिर में अकेली खड़ी हैं। वह ये भी जानती थी कि मंदिर किस देवी का बना हुआ है। जब वह मंदिर के पास पहुंचती हैं तो उन्हें मंदिर के पीछे एक दरवाजा दिखता है। जब वह उस दरवाजे को खोलती हैं तो कुछ काले पत्थर की सीढ़ियां नीचे की तरफ जा रही हैं, जिसमें रंग बिरंगा पानी दिख रहा है। लता जी उन सीढ़ियों पर बैठ जाती हैं और धीरे-धीरे वह रंग बिरंगा पानी उनके पैरों को छूने लगता है। लता मंगेशकर ने अपनी मां से इस सपने का मतलब पूछा।

लता मंगेशकर की मां ने सपने का मतलब बताया कि, यह सपना भगवान का आशीर्वाद है, एक दिन तुम बहुत मशहूर होंगी।' बस फिर क्या था इसके बाद लता मंगेशकर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए। उन्होंने अपना करियर 13 साल की उम्र में 1942 में शुरू किया। उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 1974 में लता मंगेशकर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे अधिक गाने गाने वाली गायिका के रूप में दर्ज हो चुका है। लता मंगेशकर ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए। वह भारत ही नहीं विश्व की सबसे प्रसिद्ध और सबसे सम्मानित पार्श्व गायकों में शामिल रहीं ।

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