जल्द ही विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों(Social media platforms) पर किसी विशेष पोषक तत्व या पूरक आहार के सेवन के बारे में सुझाव देने वाले इंफ्लूएंसरों(Influencers) को अपनी योग्यता और पात्रता साबित करनी होगी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे किसी और के परोक्ष विज्ञापन में शामिल नहीं हैं तथा अपने फॉलोवर्स(followers) को आधी-अधूरी जानकारी नहीं दे रहे हैं।
उपभोक्ता मामलों का विभाग विशेष रूप से स्वास्थ्य और वित्त के क्षेत्र में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसरों(Social media influencers) के लिए दिशानिर्देश तैयार करने की प्रक्रिया में है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे आधी-अधूरी या भ्रामक जानकारी नहीं फैला रहे हैं।
इन दिशानिर्देशों के तहत, जो अगले महीने तक लागू होंगे, ऐसे प्रभावशाली लोगों को अपने प्लेटफॉर्म पर डिस्क्लेमर(Disclaimer) लगाना होगा, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि वे वास्तविक पोषण विशेषज्ञ हैं या सिर्फ किसी उत्पाद का प्रचार कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि इन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य एवं आरोल्य क्षेत्र के इंफ्लुएंसरों अक्सर विशिष्ट पूरकों के उपयोग के बारे में सलाह हैं। सरकार केवल यह सुनिश्चित करना चाहती है कि वे सिर्फ किसी उत्पाद का समर्थन कर रहे हैं और पोषक तत्वों के नाम पर उत्पाद बेच रहे हैं, या वास्तविक विशेषज्ञ हैं।
उन्होंने कहा कि ये इंफ्लुएंसरों अपने प्लेटफॉर्म पर जो जानकारी देते हैं, उससे उपभोक्ता गुमराह हो जाते हैं, जिससे वे ऐसे उत्पाद खरीदते हैं जो उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इन दिशानिर्देशों के तहत, ऐसे इंफ्लुएंसरों(Influencers) यदि अपने दर्शकों को किसी विशेष पोषक तत्व या पूरक का उपयोग करने के लिए कह रहे हैं, तो एक विशेषज्ञ के रूप में उन्हें अपनी योग्यता स्थापित करनी होगी।
ऐसे प्रभावशाली लोगों को उस विशेष उत्पाद के साथ अपना संबंध स्थापित करने के लिए डिस्क्लेमर देना होगा, और यह भी स्पष्ट करना होगा कि वे किस रूप में लोगों को यह जानकारी दे रहे हैं।
यहां तक कि वित्त क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्ति या "फिनफ्लुएंसर"(Finfluencers) भी इन दिशानिर्देशों के दायरे में आएंगे जो विभिन्न वित्तीय उत्पादों पर अपने फॉलोवर्स को जानकारी प्रदान करते हैं, उन्हें विशेष योजनाओं या वित्तीय उपकरणों में निवेश करने की सलाह देते हैं।
उन्हें भी अपनी साख बतानी होगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि क्या वे योग्य वित्तीय सलाहकार हैं या निवेश सलाहकार की आड़ में सिर्फ एक विशेष योजना या वित्तीय उत्पाद का प्रचार कर रहे हैं और इस प्रकार इस प्रक्रिया में निवेशकों को धोखा दे रहे हैं।(IANS/RR)