
इतिहास में हर तारीख का अपना महत्व होता है और 19 सितंबर भी कई अहम घटनाओं का गवाह रहा है। इस दिन भारत और दुनिया में राजनीति, समाज, विज्ञान, साहित्य और खेल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं। कहीं स्वतंत्रता संग्राम के नायक सामने आए, तो कहीं प्राकृतिक आपदा ने अपनी छाप छोड़ी। कई महान व्यक्तित्वों का जन्म और निधन भी इसी दिन हुआ, जिन्होंने इतिहास को नई दिशा दी। 19 सितंबर हमें यह सिखाता है कि समय के साथ घटित घटनाएँ न केवल अतीत को बताती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और सीख भी छोड़ जाती हैं। आइए जानते हैं 19 सितम्बर से जुड़ी कुछ अहम ऐतिहासिक घटनाएँ। आइए जानते हैं 19 सितंबर (History Of 19th September) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
19 सितंबर 1962 को भारत के महान अभियंता और राजनेता सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया (Sir Mokshagundam Visvesvaraya) का निधन हुआ। वे आधुनिक भारत के निर्माण में अहम योगदान देने वाले व्यक्तित्व थे। कृष्णराज सागर बांध और कई अन्य इंजीनियरिंग परियोजनाओं में उनका योगदान अविस्मरणीय है। भारत सरकार ने उनके सम्मान में हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर दिवस (Engineer's Day) मनाना शुरू किया। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि तकनीकी ज्ञान और दूरदृष्टि से राष्ट्र को आगे बढ़ाया जा सकता है।
19 सितंबर 1960 को क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो (Leader Fidel Castro) संयुक्त राष्ट्र महासभा में पहुँचे। उनके आगमन ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी थी, क्योंकि कास्त्रो अमेरिका विरोधी विचारों के लिए मशहूर थे। उन्होंने गरीब देशों और उपनिवेशवाद के खिलाफ जोरदार भाषण दिए। उनका यह दौरा शीत युद्ध (Cold War) काल की राजनीति में खास महत्व रखता है। इस घटना ने क्यूबा और अमेरिका के रिश्तों को और भी तनावपूर्ण बना दिया।
19 सितंबर 1893 को न्यूजीलैंड महिलाओं को मतदान का अधिकार (New Zealand women get the right to vote) देने वाला दुनिया का पहला देश बना। यह कदम महिला अधिकारों के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ। इस निर्णय ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया और कई देशों में महिला आंदोलन को गति दी। न्यूजीलैंड की महिलाओं ने लंबे संघर्ष और आंदोलन के बाद यह अधिकार पाया। आज भी 19 सितंबर को वहां महिला अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
19 सितंबर 1999 को ताइवान में एक शक्तिशाली भूकंप (A powerful earthquake struck Taiwan) आया। इसकी तीव्रता 7.6 थी और इसमें हजारों लोग मारे गए तथा लाखों बेघर हो गए। इस त्रासदी ने ताइवान की अर्थव्यवस्था और विकास को गहरा आघात पहुँचाया। हालांकि, इस घटना के बाद ताइवान ने अपने आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत किया। आज भी इसे देश के आधुनिक इतिहास की सबसे बड़ी आपदाओं में गिना जाता है।
19 सितंबर 1981 को अमेरिका में पहला टेस्ट ट्यूब बेबी पैदा हुआ (The first test tube baby was born in America)। यह घटना चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि थी। इससे उन दंपतियों को उम्मीद की किरण मिली, जो संतान सुख से वंचित थे। इस प्रयोग ने न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक को लोकप्रिय बना दिया। आज यह तकनीक लाखों परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है।
19 सितंबर 1943 को हिंदी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री तनुजा (Tanuja) का जन्म हुआ। वे प्रसिद्ध अभिनेत्री काजोल की माँ हैं और अपनी दमदार अदाकारी के लिए जानी जाती हैं। तनुजा ने "हाथी मेरे साथी", "ज्वेल थीफ", और "अनुभव" जैसी फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपने समय में न केवल हिंदी बल्कि मराठी और बंगाली फिल्मों में भी अभिनय किया। तनुजा भारतीय सिनेमा में एक सशक्त और बहुमुखी अभिनेत्री के रूप में याद की जाती हैं।
19 सितंबर 1990 को पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी को एक करने की संधि पर हस्ताक्षर हुए (Treaty signed to unify East and West Germany)। यह यूरोप और दुनिया की राजनीति में ऐतिहासिक क्षण था। लंबे समय तक शीत युद्ध के कारण जर्मनी (Germany) दो भागों में बंटा रहा, लेकिन अंततः यह कदम जर्मनी को एक करने की दिशा में निर्णायक साबित हुआ। 3 अक्टूबर 1990 को जर्मनी आधिकारिक रूप से एकीकृत हो गया। इस प्रक्रिया ने पूरे यूरोप में लोकतंत्र और एकता की भावना को मजबूत किया।
19 सितंबर 1955 को सोवियत संघ ने अपना पहला हाइड्रोजन बम परीक्षण (The Soviet Union tests its first hydrogen bomb) किया। यह घटना शीत युद्ध (Cold War) की राजनीति में बड़ी हलचल का कारण बनी। अमेरिका और सोवियत संघ के बीच हथियारों की दौड़ और तेज हो गई। इस परीक्षण ने दुनिया को परमाणु युद्ध के खतरों का एहसास कराया और बाद में परमाणु हथियारों को सीमित करने पर कई अंतरराष्ट्रीय संधियाँ हुईं।
19 सितंबर 1974 को भारतीय क्रिकेटर राहुल सांघवी (Indian cricketer Rahul Sanghvi) का जन्म हुआ। वे बाएँ हाथ के स्पिनर थे और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे। हालांकि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर लंबा नहीं रहा, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उनकी गेंदबाजी ने कई बार टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।