फ्रांका वियोला: जब एक साधारण लड़की ने बलात्कारी से शादी ठुकराकर इटली का कानून बदल डाला

फ्रांका वियोला (Franca Viola) की कहानी इस बात का जीता-जागता सबूत है कि इज़्ज़त (Honor) किसी परंपरा या शादी से नहीं, बल्कि इंसाफ़ और साहस से मिलती है। 1960 के दशक के इटली में समाज और कानून को चुनौती देकर उन्होंने न सिर्फ खुद को बल्कि आने वाली पीढ़ियों की महिलाओं को भी हिम्मत दी।
फ्रांका वियोला सिर्फ एक महिला नहीं थीं, बल्कि पूरे इटली की न्याय व्यवस्था और महिलाओं की स्वतंत्रता की प्रतीक बन गईं थी।
फ्रांका वियोला सिर्फ एक महिला नहीं थीं, बल्कि पूरे इटली की न्याय व्यवस्था और महिलाओं की स्वतंत्रता की प्रतीक बन गईं थी।(AI)
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1960 के दशक का इटली, जहाँ एक अजीब और क्रूर कानून था, अगर कोई पुरुष किसी महिला का बलात्कार (Rapist) कर दे और फिर उससे ही शादी कर ले, तो उसका अपराध माफ़ हो जाता था। इस कानून का उद्देश्य कथित तौर पर "महिला की इज़्ज़त (Honor)" बचाना था।

लेकिन इसी दौर में सिसिली की एक साधारण लड़की ने इस कानून और समाज की सोच को खुली चुनौती दी। उसका नाम था फ्रांका वियोला (Franca Viola)। उसने अपने बलात्कारी से शादी करने से साफ इंकार कर दिया और उसने अपने बलात्कारी को अदालत तक घसीटा। यही कदम आगे चलकर इटली की न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव का कारण बन गया।

फ्रांका वियोला (Franca Viola) का जन्म 9 जनवरी 1948 को सिसिली के अलकामो कस्बे में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे, और 15 साल की उम्र में उनकी सगाई हो गई, उनकी सगाई 23 वर्षीय फिलिप्पो मेलोडिया (Filippo Melodia) से हुई थी, फिलिप्पो मेलोडिया एक माफिया परिवार से जुड़ा हुआ था। बाद में जब मेलोडिया चोरी के मामले में पकड़ा गया, तो वियोला के पिता ने यह रिश्ता तोड़ दिया। फिर कुछ साल बाद, मेलोडिया फिर उसकी ज़िंदगी में ज़बरदस्ती घुस आया। लेकिन वियोला की दूसरी सगाई हो चुकी थी।

26 दिसंबर 1965 को, जब फ्रांका के पिता घर पर नहीं थे, मेलोडिया 12 हथियारबंद आदमियों के साथ घर में घुस गया फिर उसने फ्रांका और उसके छोटे भाई को उठा लिया, और उसने उनकी मां को बुरी तरह से पीटा। फिर उसने कुछ देर बाद भाई को छोड़ दिया लेकिन फ्रांका को एक सुनसान फार्महाउस में ले गया, जहाँ पर 7 दिनों तक उसका लगातार बलात्कार (Rapist) हुआ।मेलोडिया उसे बार-बार यही कहता रहा कि "अब तुम्हारे पास मुझसे शादी करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। अगर तुमने शादी नहीं की तो समाज तुम्हें बेइज़्ज़त और अपवित्र मान लेगा।"

सिसिली में उस समय एक परंपरा थी जिसे फ्यूटीना (Fuitina) कहा जाता था। इसमें प्रेमी जोड़े घर से भाग जाते थे और कुछ दिन बाद लौटकर शादी कर लेते थे। माना जाता कि उन्होंने शारीरिक संबंध बना लिए होंगे, इसलिए उनके परिवार वालों को मजबूरन उनकी शादी के लिए मानना पड़ता था।लेकिन वहां पर इस परंपरा का दुरुपयोग होता था। बलात्कारी भी अपहरण कर औरत से शादी करके सज़ा से बच जाते थे।

फ्रांका वियोला का जन्म 9 जनवरी 1948 को सिसिली के अलकामो कस्बे में हुआ था।
फ्रांका वियोला का जन्म 9 जनवरी 1948 को सिसिली के अलकामो कस्बे में हुआ था। (AI)

लेकिन फ्रांका वियोला ने इस कुप्रथा को ठुकरा दिया और फिर उसने साफ शब्दों में कहा कि "मैं तुमसे प्यार नहीं करती और मैं इसलिए तुमसे शादी नहीं करूंगी।" उसने मेलोडिया पर बलात्कार, अपहरण और हिंसा के आरोप लगाते हुए केस दर्ज कर दिया। उसके बाद पूरा इटली इस मुकदमे को देख रहा था। समाज के बड़े हिस्से ने वियोला और उसके परिवार को बहुत ताने मार रहे थे। उसके बाद उनकी ज़मीनें जला दी गईं, और लोग उन्हें बहिष्कृत भी करने लगे। फिर भी, वियोला डटी रही। नतीजा यह हुआ कि 1966 में मेलोडिया को 11 साल की सज़ा सुनाई गई। जेल से निकलने के कुछ साल बाद 1978 में उसकी हत्या कर दी गई।

फ्रांका वियोला (Franca Viola) की बहादुरी ने इटली में महिलाओं के अधिकारों पर बड़ी बहस छेड़ दी। धीरे-धीरे दबाव बढ़ा और 1981 में इतालवी दंड संहिता की धारा 544 को खत्म कर दिया गया। यह वही कानून था जो "बलात्कारी से शादी" को वैध बनाता था। फ्रांका वियोला ने बाद में अपने बचपन के दोस्त ज्यूसेप्पे रूइसी (Giuseppe Ruisi) से शादी की और उनके तीन बच्चे हुए। वो आज भी उस महिला के रूप में याद की जाती हैं जिसने परंपरा और समाज के दबाव को ठुकराकर कहा कि "इज़्ज़त (Honor) शादी से नहीं, न्याय से मिलती है।"

संयुक्त राष्ट्र की State of World Population Report के अनुसार, आज भी लगभग 20 देशों में बलात्कारी से शादी करने पर मुकदमा टल सकता है। यानी कई जगह अब भी वही सोच जीवित है, जो कि इटली में दशकों पहले थी।

फ्रांका वियोला की बहादुरी ने इटली में महिलाओं के अधिकारों पर बड़ी बहस छेड़ दी।
फ्रांका वियोला की बहादुरी ने इटली में महिलाओं के अधिकारों पर बड़ी बहस छेड़ दी।(AI)

निष्कर्ष

फ्रांका वियोला (Franca Viola) सिर्फ एक महिला नहीं थीं, बल्कि पूरे इटली की न्याय व्यवस्था और महिलाओं की स्वतंत्रता की प्रतीक बन गईं थी। उन्होंने यह साबित कर दिया कि परंपरा और समाज की जंजीरों को तोड़कर भी इंसाफ़ पाया जा सकता है। उनकी कहानी आज भी दुनिया भर की महिलाओं को साहस और प्रेरणा देती है। [Rh/PS]

फ्रांका वियोला सिर्फ एक महिला नहीं थीं, बल्कि पूरे इटली की न्याय व्यवस्था और महिलाओं की स्वतंत्रता की प्रतीक बन गईं थी।
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