Aligarh Muslim University: वेद, उपनिषदों और गीता में रुचि ले रहे मुस्लिम विद्यार्थी, पीएचडी के लिए वेद का चुनाव!

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) के मुस्लिम छात्र (Muslims Student) हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ (Hindu Prestigious Document) जैसे वेदों, उपनिषदों और गीता को पढ़ने में रुचि दिखा रहे हैं। करीब 20 में से 10 विद्यार्थी वेदों में पीएचडी कर रहे हैं।
Aligarh Muslim University [Wikimedia Commons]
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धर्म से ऊपर है ज्ञान का महत्व

भाषा और ज्ञान अर्जित करने में धर्म का हस्तक्षेप नहीं होता है, अगर मन से किसी विषय पर ध्यान दिया जाए। ज्ञान सर्वोपरि है, इस बात को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने साबित कर दिया है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई विद्यार्थी ऐसे हैं जो हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ जैसे वेद उपनिषद और गीता जैसे विषयों को पढ़ने में रुचि दिखा रहे हैं।

यूनिवर्सिटी के 13 में से सात मुस्लिम गीता विषय में एमए कर रहे हैं। वही 20 में से 10 विद्यार्थी वेद और उपनिषदों में पीएचडी कर रहे हैं। 18 सितंबर 2025 को यूनिवर्सिटी के 148 साल पुराने संस्कृत विभाग में प्रोफेसर सारिका हिंदू पुराणों के विषयों का ज्ञान दे रहे थे। कक्षा में 10 विद्यार्थी मौजूद थे जिसमें से पांच विद्यार्थी वेद की पढ़ाई कर रहे थे।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्कृत विभाग से कई विद्यार्थियों को 140 से ज्यादा पीएचडी और 35 एमफिल की डिग्री आवंटित कर चुका है। यूनिवर्सिटी के संस्कृत विभाग में दर्शन, साहित्य, श्रीमद्भागवत, कर्मकांड, रामायण, महाभारत,वेद, आधुनिक संस्कृति और कर्मकांड आदि विषयों में पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाता है।

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मुस्लिम छात्रों की हिंदू महत्वपूर्ण ग्रंथ पढ़ने पर प्रतिक्रिया

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई छात्र हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथों जैसे महाभारत, श्रीमद्भागवत, कर्मकांड,दर्शन रामायण जैसे विषयों को पढ़ने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं जो कि इस प्रकार है:

मुझे संस्कृत पढ़ना अच्छा लगता है और मैं आदि शंकराचार्य पर शोध कर रही हूं। मुझे संस्कृत में ही कैरियर बनाना है। - नगमा शाहिद, शोधार्थी

कर्मकांड, श्रीमद्भागवत, रामायण और उपनिषद पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं है। यह भी अन्य भाषा की तरह एक भाषा है। - सानिया जावेद, छात्र, एमए

पहले ही प्रयास में संस्कृत नेट जेआरएफ में सफल हो रहा हूं। हर भाषा पढ़नी चाहिए क्योंकि इससे ज्ञानवर्धन होता है। - फजल अहमद, छात्रा एमए

जो पढ़ रहे हैं, सभी मेरे लिए विद्यार्थी हैं। इन विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा मिले इस पर मेरा पूरा फोकस है। बीए, एमए और पीएचडी विषय 50% विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। - प्रो. सारिका वाष्र्णेय, विभाग अध्यक्ष, संस्कृत विभाग, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

नए कोर्स भी गीता प्रबंधन पर आधारित

डॉ हेमबाला ने यह जानकारी दी है कि इस साल संस्कृत विभाग में भारतीय ज्ञान प्रणाली को विस्तार रूप से समझने के लिए कई विषयों को जोड़ा गया है जिसमें विधि और न्याय का सिद्धांत, कौटिल्य अर्थशास्त्र का सिद्धांत, महान महाकाव्य, योग व तनाव प्रबंधन, गीता में तनाव का प्रबंधन, गीता में जीवन शैली का प्रबंधन, चाणक्य सूत्र में सामाजिक व राजनीतिक सिद्धांत आदि कोर्स संचालित किया जा चुके हैं।

[RS/PS]

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