अक्सर ऐसा होता है कि अच्छी डिग्री (Degree) और डिप्लोमा (Diploma) के साथ वाला इंसान भी इंग्लिश (English) नहीं बोल पाता और शर्मिंदगी महसूस करता है। एक्सपर्ट की मानें तो इंग्लिश बोलना कोई मुश्किल काम नहीं है और इंग्लिश बोलना सीखने के लिए आपको कुछ टेक्निक 6 महीने तक अपनानी है जिनसे आप बिना हिचकिचाहट के अंग्रेजी बोलने लगेंगे।
• अंग्रेजी बोलने के लिए आपको सबसे पहले अपने बेसिक ग्रामर (Grammar) और शब्दकोश मजबूत करना होगा। अक्सर कई लोग ही की जगह शी और हिस की जगह हर का इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोगों को उच्चारण में भी दिक्कत होती है। इन्हीं गलतियों से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपनी दिनचर्या में पढ़ने की आदत शामिल करें। आप जितना अधिक पढ़ेंगे उतना ही आपका बेसिक ग्रामर, शब्दकोश मजबूत होता जाएगा।
• हम में से अधिकतर लोग अंग्रेजी में बात करना भी चाहे तो पहले अपने मस्तिष्क (Mind) में हिंदी में सोचने के बाद उसे इंग्लिश में ट्रांसलेट (Translate) करते हैं। ऐसा ना करके हमें सीधा इंग्लिश में ही सोचने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने से गलतियों की गुंजाइश अपने आप कम हो जाएगी और आपकी इंग्लिश दिन प्रतिदिन बेहतर होती जाएगी।
• रोजाना अंग्रेजी के 10 से 15 वाक्य बोलने का प्रयास करें। यदि आपके घर में कोई अंग्रेजी में बात करता है तो उसके साथ 10 से 15 वाक्य बोले या फिर घर के शीशे (Mirror) के सामने अंग्रेजी में वाक्य बनाकर उन्हें जल्दी-जल्दी बोलने का प्रयास करें।
• यदि आप पढ़ने के शौकीन है तो कोशिश कीजिए कि आप इंग्लिश नोवेल या किताबें पढ़ें। साथ ही यदि आप कोई फिल्म या वेब सीरीज आदि देखते हैं तो उन्हें भी इंग्लिश में ही देखने का प्रयास करें। हां शुरुआत में आप उन्हें इंग्लिश सबटाइटल के साथ देख सकते हैं लेकिन बाद में सबटाइटल का सहारा ना ले तो अच्छा होगा। यदि आप अंग्रेजी के अखबार से रोज 15 मुश्किल शब्दों के हिंदी अर्थ जानने का प्रयास करते हैं तो इससे वह आपको बहुत जल्दी याद हो जाएंगे और 1 महीने में ही आपका अंग्रेजी शब्दकोश बहुत बेहतर हो जाएगा।
(PT)