

एनआईए के अनुसार, शोएब पर आरोप है कि उसने आतंकवादी उमर नबी को धमाके से ठीक पहले पनाह दी थी और लॉजिस्टिक सहायता भी दी थी।
इससे पहले 2 दिसंबर को एनआईए ने मुख्य आरोपी आमिर रशीद अली (Aamir Rashid Ali) की कस्टडी 7 दिन और बढ़ाने की मंजूरी ली थी। आमिर को 16 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के बाद अदालत से हिरासत बढ़ाने की मांग की थी, ताकि धमाके से जुड़े अहम सुराग और साजिश की परतों को उजागर किया जा सके। पहले उसे 10 दिन की रिमांड दी गई थी, जिसके दौरान एजेंसी ने उससे लंबी पूछताछ की।
जांच में सामने आया कि आमिर उस कार का मालिक है, जिसका इस्तेमाल आत्मघाती हमलावर ने धमाके के दौरान किया था। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि आमिर ने हमलावर के साथ मिलकर पूरी साजिश रची और हमले की तैयारियों में सक्रिय भूमिका निभाई। एनआईए ने इस मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से केस अपने हाथ में लेने के बाद कई राज्यों में तलाश अभियान चलाया और आमिर को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
जांच एजेंसियों के दायरे में अब एक और बड़ा नाम डॉ. उमर नबी (Dr. Umar Nabi) भी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की पड़ताल में पता चला कि उमर पिछले साल से ही आत्मघाती हमलावर की भर्ती और मॉड्यूल की योजना बना रहा था। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड से पकड़े गए जसीर ने पूछताछ में बताया कि उमर ने पूरी साजिश की योजना बनाई और हमलावरों की भर्ती में सक्रिय भूमिका निभाई।
एनआईए कई राज्यों में लगातार छापेमारी (Raid) अभियान चला रही है ताकि इस मॉड्यूल में शामिल हर संदिग्ध की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जा सके। एनआईए हर सम्भव सुराग जुटाने में लगी हुई है।