

यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत की गई।
तलाशी के दौरान ईडी ने चार लग्जरी गाड़ियां जब्त कीं, जिनमें ₹4 करोड़ से अधिक की शुरुआती कीमत वाली लेम्बोर्गिनी उरुस, मर्सिडीज, फोर्ड एंडेवर और महिंद्रा थार शामिल हैं।
वाहनों के अलावा आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और लगभग ₹20 लाख नकद भी बरामद किए गए।
एजेंसी के अनुसार, जब्त किए गए दस्तावेजों से अनुराग द्विवेदी द्वारा हवाला चैनलों के माध्यम से दुबई में किए गए कथित रियल एस्टेट निवेशों का विवरण सामने आया है।
इसके अलावा, बीमा पॉलिसियों, फिक्स्ड डिपॉजिट बैलेंस और बैंक खातों में जमा राशि सहित लगभग ₹3 करोड़ की चल संपत्तियों को फ्रीज कर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल (West Bengal) पुलिस द्वारा अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के धंधे चलाने के आरोपी कुछ व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने अपनी जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि आरोपी सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज सिलीगुड़ी से फर्जी बैंक खातों, टेलीग्राम चैनलों और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्मों का उपयोग करके एक ऑनलाइन सट्टेबाजी पैनल चला रहे थे।
जांच में यह भी पता चला कि अनुराग द्विवेदी अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्मों को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। ईडी का आरोप है कि उन्होंने हवाला चैनलों और फर्जी खातों के माध्यम से अवैध सट्टेबाजी ऐप्स से अर्जित अपराध की धनराशि प्राप्त की।
द्विवेदी पर अवैध सट्टेबाजी (Betting) ऐप्स के लिए प्रचार वीडियो बनाने और प्रसारित करने का आरोप है।
खबरों के मुताबिक, उसकी कंपनियों और परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में बिना किसी वैध व्यावसायिक औचित्य के बड़ी रकम जमा हुई।
एजेंसी ने यह भी बताया कि द्विवेदी ने अपराध की कमाई का इस्तेमाल करके भारत के बाहर, खासकर दुबई में, अचल संपत्तियां खरीदीं। पता चला है कि वह भारत छोड़कर दुबई में हैं। कई बार समन जारी किए जाने के बावजूद, वह ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं।
इससे पहले, ईडी (ED) ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था और 1 अगस्त, 2025 को कोलकाता की विशेष अदालत (पीएमएलए) में अभियोग दायर किया था।
इस मामले में ₹23.7 करोड़ की चल संपत्ति भी जब्त या कुर्क कर ली गई थी। आगे की जांच जारी है।
[AK]