दिल्ली : साइबर पुलिस ने फर्जी एयर इंडिया नौकरी रैकेट का किया भंडाफोड़, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

दिल्ली के शाहदरा की साइबर पुलिस ने एयरलाइन में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश कर मुख्य आरोपी रोहित मिश्रा को गिरफ्तार किया।
चार पुलिसकर्मी एक क्रिमिनल को पकड़े हुए खड़े हैं।
दिल्ली साइबर पुलिस द्वारा फर्जी एयर इंडिया नौकरी रैकेट का खुलासा, ठगी के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी।IANS
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पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल फोन, फर्जी दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद किए हैं।

यह मामला पुलिस थाना साइबर, शाहदरा (Shahdara) में एफआईआर नंबर 104/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) में दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता रितु सिंह ने पुलिस को बताया कि विस्तारा एयरवेज में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी की गई। रितु सिंह को फर्जी ईमेल आईडी से मेल मिला था और बाद में मोबाइल नंबर 7596949756 से कॉल और मैसेज किए गए। आरोपियों ने नौकरी की प्रक्रिया, यूनिफॉर्म और अन्य औपचारिकताओं के नाम पर उनसे पैसे ऐंठे।

प्रारंभिक जांच में साइबर ठगी का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई अजय भट्ट, हेड कांस्टेबल धनेश, अनुज, विकास और कांस्टेबल प्रभु दयाल शामिल थे। इस टीम ने इंस्पेक्टर विजय कुमार (एसएचओ, साइबर शाहदरा) के नेतृत्व में और एसीपी मोहिंदर सिंह की निगरानी में कार्रवाई की।

पुलिस टीम ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर), तकनीकी सर्विलांस और डिजिटल फुटप्रिंट्स का विश्लेषण किया। जांच के दौरान आरोपी की लोकेशन गाजियाबाद के आदित्य वर्ल्ड सिटी में ट्रेस की गई, जहां से 35 वर्षीय रोहित मिश्रा को गिरफ्तार (Arrest) किया गया।

गिरफ्तार आरोपी के पास से एक रेडमी-10 मोबाइल फोन बरामद किया गया। इस फोन में जो सक्रिय नंबर था, वह उस एक्सिस बैंक खाते से जुड़ा था, जिसमें ठगी की रकम जमा की जाती थी। आरोपी के मोबाइल में 'एयर विस्तारा' नाम से एक व्हाट्सऐप प्रोफाइल सेव थी, जिस पर विस्तारा का लोगो लगा हुआ था। इसके अलावा, कई क्यूआर कोड, फर्जी लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई), और अन्य जाली दस्तावेज भी बरामद किए गए।

पुलिस जांच में सामने आया कि रोहित मिश्रा पहले भी ठगी के मामलों में शामिल रह चुका है। उसके खिलाफ 2018 और 2019 में दिल्ली क्राइम ब्रांच (Crime Branch) में धोखाधड़ी और जालसाजी से जुड़े गंभीर मामले दर्ज हैं।

फिलहाल पुलिस इस पूरे गिरोह की गहराई से जांच कर रही है। अन्य सहयोगियों की पहचान, पैसों की लेन-देन की कड़ी और ठगी की रकम की रिकवरी के लिए डिजिटल सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि नौकरी से जुड़े ऐसे ईमेल और कॉल से सतर्क रहें और किसी भी तरह की फीस देने से पहले पूरी जांच जरूर करें।

[AK]

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