कांग्रेस ने रविवार को भाजपा पर विभाजन की त्रासदी का राजनीतिक दुरुपयोग करने पर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि राजनीतिक लक्ष्यों के लिए विभाजन की त्रासदी का दुरुपयोग नफरत फैलाने के लिए नहीं किया जा सकता। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की वास्तविक मंशा 14 अगस्त को 'विभाजन की भयावह स्मृति' के रूप में मनाना है। उनके बलिदानों को भुलाया या अपमानित नहीं किया जाना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने के पीछे प्रधानमंत्री की वास्तविक मंशा सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना है। लाखों लोग विस्थापित हुए और जानें गईं। उनके बलिदानों को भुलाया या अपमानित नहीं किया जाना चाहिए।
जयराम ने PM मोदी के उस ट्वीट का जवाब दिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, आज, 'विभाजन भयावह स्मृति दिवस' पर, मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई, और हमारे इतिहास के उस दुखद दौर में पीड़ित सभी लोगों के धैर्य की सराहना करता हूं।
जयराम ने आगे कहा, क्या प्रधानमंत्री आज जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भी याद करेंगे, जिन्होंने शरत चंद्र बोस की इच्छा के खिलाफ बंगाल के विभाजन का समर्थन किया था, और स्वतंत्र भारत के पहले कैबिनेट में शामिल हुए, जब विभाजन के दर्दनाक परिणाम स्पष्ट रूप से सामने आ रहे थे?
कांग्रेस ने आरोप लगाया, देश को बांटने के लिए आधुनिक दौर के सावरकर और जिन्ना का प्रयास आज भी जारी है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गांधी, नेहरू, पटेल और अन्य नेताओं की विरासत को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्र को एकजुट करने का प्रयास जारी रखेगी। नफरत की राजनीति हारेगी।
(आईएएनएस/AV)