प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को कहा कि उग्रवाद के समाधान के साथ-साथ शांति बहाली के बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र (North-East) में विकास में तेजी आई है। असम (Assam) के कार्बी आंगलोंग जिले के लोरिंगथेपी में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हिंसक गतिविधियों में 75 प्रतिशत की गिरावट के साथ, सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम, 1958 (अफस्पा) (Armed Forces (Special Powers) Act,1958) को असम, नागालैंड और मणिपुर के कुछ बड़े हिस्सों से वापस लिया जा रहा है।
मोदी ने कई परियोजना की आधारशिला रखने और विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा, "बोडो समझौते (Bodo Accord) और कार्बी आंगलोंग समझौता (Karbi Anglong Agreement) ने असम के पिछड़े क्षेत्रों की समृद्धि को बढ़ाया है।"
परियोजनाओं में अमृत धारा परियोजना, और दो मॉडल कॉलेजों के साथ एक कृषि और एक पशु चिकित्सा कॉलेज की स्थापना शामिल है। मोदी ने कहा, "उन युवाओं के लिए जिन्होंने हिंसा छोड़ दी और हथियार और गोला-बारूद जमा कर दिया, सरकार उनके पुनर्वास के लिए कदम उठाएगी। पूर्व उग्रवादी अब शांति और समृद्धि के साथ अपने परिवारों के साथ रह रहे हैं। इस क्षेत्र में हिंसा का युग काफी हद तक समाप्त हो गया है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में दशकों पुराने अंतर्राज्यीय विवादों को धीरे-धीरे सुलझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के बलिदान, समर्पण और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए देश में संग्रहालय बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के हर जिले में 75 'अमृत सरोवर' (तालाब) बनाए जाएंगे और इन जलाशयों से न केवल जल संरक्षण होगा, बल्कि मछली पालन और आजीविका सृजन भी होगा। प्रधानमंत्री असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डिब्रूगढ़ कैंसर केंद्र का उद्घाटन करने के बाद डिब्रूगढ़ में एक और बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। डिब्रूगढ़ से, प्रधानमंत्री सात कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन करेंगे और पूरे असम में सात और कैंसर अस्पतालों की नींव रखेंगे।
आईएएनएस (PS)