शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) 30 अक्टूबर को पाकिस्तान (Pakistan) के गुरुद्वारा पांजा साहिब (Panja Sahib) में साका पांजा साहिब की शताब्दी का मुख्य कार्यक्रम आयोजित करेगी, जबकि अमृतसर में 26 और 27 अक्टूबर को कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। एसजीपीसी की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद, इसके अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी (Harjinder Singh Dhami) ने कहा कि पाकिस्तान का दौरा करने के बाद एसजीपीसी प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (PSGPC) और इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा में शताब्दी कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारित की थी। जिसके तहत शताब्दी को यादगार तरीके से आयोजित किया जाएगा।
धामी ने कहा, गुरुद्वारा श्री पांजा साहिब में मुख्य कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रसिद्ध ढाड़ी रागी समूहों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी और एक बड़ा अमृत संचार (दीक्षा समारोह) भी आयोजित किया जाएगा। एसजीपीसी के करीब 200 लोग पाकिस्तान जाएंगे और इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हसन अब्दाल में रेलवे स्टेशन पर भी कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा, जहां 1922 में नरसंहार हुआ था।
उन्होंने कहा कि अमृतसर में होने वाले कार्यक्रमों को पहले ही पूरा कर लिया जाएगा। अमृतसर में 26 और 27 अक्टूबर को गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हॉल में दो दिवसीय कार्यक्रम होगा। इन आयोजनों के तहत सिख मिशनरी कॉलेजों (Missionary College) के 100 छात्रों का समूह स्ट्रिंग वाद्ययंत्रों के साथ गुरबानी कीर्तन करेगा। मुख्य कार्यक्रम 27 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रमुख पंथिक हस्तियां भाग लेंगी।
आईएएनएस/PT