न्यूज़ग्राम हिंदी: हिंदू पंचांग के अनुसार एक साल में 24 एकादशी पड़ती है। भगवान विष्णु(Bhagwan Vishnu) को प्रसन्न करने के लिए रखा जाने वाला यह व्रत कठिन होता है। ऐसा माना गया है की एकादशी का व्रत करने से पूर्व जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं फागुन माह की कृष्ण पक्ष को पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी(Vijaya Ekadashi) कहते हैं। इस साल यह 16 फरवरी को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं व्रत की तिथि।
इस बार यह व्रत 16 फरवरी गुरुवार के दिन सुबह 5:32 मिनट से लेकर शुक्रवार के दिन सुबह 2:49 मिनट तक रखने का मुहूर्त है। वहीं वैष्णव भक्तों के लिए यह एकादशी 17 फरवरी को पड़ रही है। यह व्रत दशमी के सूर्यास्त से ही लागू हो जाता है और यह द्वादशी के सुबह पारण तक रहता है।
इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें और नहा धोकर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद भगवान नारायण को पीला चंदन, रोली, पुष्प, अक्षत और मिठाई आदि अर्पित करें। व्रत का संकल्प लें और पूरे दिन व्रत का पालन करें। व्रत खत्म होने तक ब्रह्मचर्य का पालन करें। व्रत की शाम भगवान का जागरण और आरती करें।
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