

छह महिलाओं की एक गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
यह गैंग बस और ऑटो में बैठी महिलाओं से घुल-मिलकर बात करती थी।
इस गैंग की पहली वारदात 27 अक्टूबर को हुई थी।
कौन थी वह छह चोरी करने वाली महिलाएँ ?
लखनऊ (Lucknow) से हाल ही में एक चौंकाने वाली ख़बर सामने आई है। जी हाँ, हम आपको बता दें कि छह महिलाओं की एक गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इन महिलाओं के नाम हैं- ज्योति, माला, अर्चना, नीतू (चंदौली निवासी), लक्ष्मी (मऊ निवासी) और वंदना (गाज़ीपुर निवासी)।
ये सभी महिलाएँ चोरी (Theft) को ऐसे अंजाम देती थीं कि किसी को भनक तक नहीं लगती थी। वे बस और ऑटो में सफर करने वाले मासूम यात्रियों से उल्टी (Vomit) का नाटक करके गहने और पैसे चुरा लेती थीं।
क्या कहना है पुलिस का ?
पुलिस के अनुसार, यह गैंग बस और ऑटो में बैठी महिलाओं से घुल-मिलकर बात करती थी, ताकि उनका भरोसा जीत सके। इसके बाद गैंग की पहली सदस्य उल्टी (Vomit) का नाटक करती, दूसरी महिला चोरी (Theft) करती, और तीसरी चोरी किए गए गहने या पैसे को आगे पास कर देती थी।
चोरी पूरी होने के बाद ये महिलाएँ अगले स्टॉप पर उतर जाती थीं। यह सब इतनी तेजी से होता था कि लोगों को पता ही नहीं चलता था कि चोरी कब और कैसे हो गई।
पुलिस ने बताया कि यह गैंग लखनऊ (Lucknow), मऊ और चंदौली जिलों में सक्रिय थी। शक जताया जा रहा है कि यह किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा भी हो सकती है।
इन महिलाओं को विराट क्रॉसिंग (Virat Crossing) के पास गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके पास से तीन सोने की चेन, एक सोने की लॉकेट वाली काली मोतियों की माला और 13,000 रुपये नकद बरामद किए हैं।
पहली घटना कब हुई थी ?
इस गैंग की पहली वारदात 27 अक्टूबर को हुई थी। हनुमान मंदिर और विराट क्रॉसिंग के बीच इन्होंने उल्टी (Vomit) का ड्रामा कर एक महिला का मंगलसूत्र चोरी कर लिया था।
और इसके दो दिन बाद, 29 अक्टूबर को विराम खंड की निवासी निशा वर्मा (Nisha Verma) ई-रिक्शा से यात्रा कर रही थीं। उनके पास बैठी महिला ने उल्टी का नाटक किया, और जैसे ही निशा ने मुंह साइड किया, तभी उनकी सोने की चेन गायब हो गई।
पुलिस को शक है कि इस वारदात में ई-रिक्शा चालक भी इस गैंग का हिस्सा था। दोनों पीड़िताओं ने गोमतीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सक्रिय होकर जांच शुरू की और अंततः आरोपित महिलाओं को पकड़ लिया।
इस घटना के बाद लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि पब्लिक व्हीकल (Public Vehicle) में सफर करते समय सावधानी बरतना कितना जरूरी है।
चोरी से सतर्क कैसे रहें ?
अगर कोई व्यक्ति बार-बार बात करने की कोशिश करे या अचानक बीमार पड़ने का नाटक करे, तो सतर्क रहें। कोशिश करें कि यात्रा के दौरान गहने न पहनें और अपने कीमती सामान पर हमेशा नजर रखें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।
लखनऊ (Lucknow) पुलिस ने इस पूरे मामले में तेज़ कार्रवाई करते हुए इन महिलाओं को गिरफ्तार कर बड़ी राहत दी है। यह केस एक सख्त संदेश देता है कि चाहे अपराध कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता।
इसलिए यात्रा करते समय सतर्क रहना, अजनबियों (Strangers) से दूरी बनाए रखना और अपने सामान की सुरक्षा करना ही सबसे बेहतर उपाय है।