करीब 68 फीसदी कामकाजी लोग व्यक्तिगत और दफ्तर दोनों मकसद के लिए एक ही स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। सिर्फ 32 फीसदी लोगों के पास इन दोनों के लिए अलग-अलग स्मार्टफोन फोन है। हालांकि, हमेशा दो फोन रखने वाले लोग अलग-अलग काम के लिए विभिन्न फोन का इस्तेमाल नहीं करते क्योंकि ज्यादातर लोग इन दिनों घर में बैठकर काम कर रहे हैं। ये जानकारी गूगल की ओर से कराए गए एक अध्यन के जरिये सामने आई है। विभिन्न मोबाइल उपभोक्ताओं पर कराए गए एक सर्वे में सामने आया है कि 70 फीसदी लोग अपने फोन में यूजर इंटरफेस की सुविधा चाहेंगे ताकि वो अपने व्यक्तिगत और दफ्तर के काम को अलग-अलग रख सकें।
उपभोक्ताओं का मानना है कि उनके कामकाज और घरेलू जिंदगी का डेटा और एप अलग होने से उनकी डिजिटल जिंदगी में सुधार होने के साथ, उनके काम और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बना रहता है। करीब 85 फीसदी लोग व्यक्तिगत और दफ्तर दोनों के लिए सिर्फ एक ही स्मार्टफोन का इल्तेमाल करते हैं।
गुरुवार को छपे अपने ब्लॉग में गूगल ने लिखा, "घर से काम कर रहे लोगों की संख्या बढ़ने के कारण लोग एक ही डिवाइस से व्यक्तिगत और दफ्तर दोनों के लिए काम करने को लेकर परेशान हो रहे हैं। लोग दफ्तर के काम और प्राइवेसी के बीच संतुलन कायम करने को लेकर भी मशक्कत कर रहे हैं।"
आंकड़ों से पता चलता है कि एक ही फोन से दोनों तरह के काम करने वाले 81 फीसदी वर्क प्रोफाइल वाले लोग संतुष्ट हैं जबकि नॉन वर्क प्रोफाइल वाले 71 फीसदी लोग उतने संतुष्ट नजर नहीं आते। जब दफ्तर के काम और निजी उपयोग के बीच अंतर करना हो तो लोग ज्यादा सर्तक हो जाते हैं क्योंकि वो एक ऐसी बाउन्ड्री है जिसे कोई नहीं तोड़ना चाहता है।(आईएएनएस-SHM)