ऑस्ट्रेलिया स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी – IEP) ने अपने वार्षिक वल्र्ड टेररिज्म इंडेक्स (World terrorism index) में अफगानिस्तान (Afghanistan) को धरती पर सबसे अधिक आतंक से प्रभावित देश के रूप में शीर्ष पर रखा है। वहीं देश की अर्थव्यवस्था को भी बहुत नुकसान पहुंचा है। यह जानकारी मीडिया को रविवार को दी गई। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को रिलीज रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि साल 2019 में आतंकवाद से होने वाली मौतों में लगातार पांचवीं बार गिरावट आई है, वहीं यह 2014 में शीर्ष पर था।
रिपोर्ट में कहा गया, "मरने वालों की कुल संख्या 15.5 प्रतिशत घटकर 13,826 रह गई।"
रिपोर्ट में आगे कहा गया, "अफगानिस्तान (Afghanistan) सबसे अधिक आर्थिक प्रभाव वाला देश था, जो अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी – GDP) के 16.7 प्रतिशत के बराबर था।"
वहीं 2019 में दुनिया भर में 20 घातक आतंकवादी हमलों में से कम से कम छह अफगानिस्तान में दर्ज किए गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान (Afghanistan) में सुरक्षा अधिक खतरे में है। आईईपी ने तालिबान को पृथ्वी पर सबसे घातक समूहों में से एक के रूप में वर्णित किया।
रिपोर्ट में कहा गया, "वैश्विक स्तर पर आतंकवाद से होने वाली मौतों में 41 फीसदी मौतें अफगानिस्तान में हुईं, इन मौतों का 87 प्रतिशत जिम्मेदार तालिबान रहा। साल 2019 से तालिबान दुनिया का सबसे घातक आतंकवादी समूह बना रहा है। हालांकि, संगठन के लिए जिम्मेदार आतंकवादी मौतों में 18 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 4,990 है।"
रिपोर्ट में आगे कहा गया, "अफगानिस्तान (Afghanistan) में शांति वार्ता का आतंकवादी गतिविधि पर पर्याप्त प्रभाव देखा जा सकता है।" (आईएएनएस)