20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Election 2022) के लिए वोट डाला जाएगा। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी से लेकर सभी पार्टियां जोरो शोरो से पंजाब की सत्ता में अपनी जगह बनाने में जुटे हैं। इसी बीच आम आदमी पार्टी में रह चुके व अरविंद केजरीवाल के करीबी कवि कुमार विश्वास का एक बयान सामने आया है, जिसमें कुमार विश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर अलगाववादियों का समर्थक होने के आरोप लगाए हैं। ANI को दिए विवादित बयान के बाद आज फिर कुमार विश्वाश सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक छाए हुए हैं। कुमार विश्वास ने कहा "मैंने आज तक पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया, ना मुझे किसी ने निकाल। जिस पार्टी को मैंने बनाया, मिल कर हम सबने निर्माण किया अगर उसी का सदस्य प्रदेश को देश से अलग करने की शाजिश रचता था। कुमार आगे बोलते हैं "आपने पुछा और मेरे मुँह से ये बात निकली और यह सच है। आज से तीन साल पहले भी मैंने कहा था। कुमार ने कहा मैं, आप के "चिनटुओं" से नहीं डरता। मैं, मानहानि से नहीं डरता, AAP को नोटिस भेजना है तो भेजे। कुमार ने कहा, हैसियत है तो AAP के "आक" जवाब दें। मैं धमकियों से नहीं डरता।
कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) के इस सभी बयानों के बाद केजरीवाल फिर एक बार कटघरे में खड़े नजर आ रहे हैं। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान कुमार विश्वास ने बताया कि "उन्हें समझने की जरूरत है कि पंजाब एक राज्य नहीं, पंजाब एक भावना है। पंजाबियत पूरी दुनिया में एक भावना है। ऐसे में एक ऐसा आदमी जिसे पिछले चुनाव में मैने ये सुझाव दिया था कि अलगाववादी तत्वों का समर्थन न लें, जो कि पिछले चुनाव में अलगाववादियों से मिला हुआ था। लेकिन, उसने कहा था कि नहीं-नहीं हो जाएगा चिंता मत करो। जब मैंने उससे पूछा कि वो कैसे करेगा तो उसने इसका फार्मूला भी बताया था कि भगवंत मान और फुलका को लड़वा दूँगा। आज भी वो उसी रास्ते में है। नहीं भी होगा तो सरकार को कंट्रोल करने के लिए कोई न कोई कठपुतली बैठा लेगा।"
"उसने मुझसे ऐसी भयानक बातें बोली हैं जो पंजाब में सभी को पता है। जब मैंने बताया कि इस रेफरेंडम को आईएसआई से लेकर दुनियाभर के अलगाववादी तत्व फंडिंग कर रहे हैं, तो उन्होंने मुझे चिंता नहीं करने को कहा। एक दिन जब मैंने उससे 2020 के जनमत संग्रह के बारे में बात की तो वो कहता है कि तू चिंता मत कर एक दिन "मैं या तो स्वतंत्र सूबे का मुख्यमंत्री बनूँगा या फिर स्वतंत्र देश (खालिस्तान) का पहला प्रधानमंत्री बनूँगा।" उसको किसी भी कीमत पर बस सत्ता चाहिए।
यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल पर इस तरह के आरोप लगे हैं। आपको बता दें कि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) द्वारा कुछ इसी प्रकार का बयान 2018 में AAP NRI सेल के सह संयोजक रह चुके डॉ. मुनीश रायजादा (Dr. Munish Raizada) द्वारा निर्मित व निर्देशित Transparency: Pardarshita वेब सीरीज में भी दिया गया था। इंटरव्यू के दौरान कुमार बताते हैं कि "मैंने बोला था अरविंद को तुम गलत काम कर रहे हो, ये सब मत करो, हम वैसे ही पंजाब जीत रहे हैं, वहां भावनाओं को प्रवोक मत करिए, आग मत लगाइए। पंजाब में कोई नहीं चाहता, वहां की शांति भंग हो, हिंदू नहीं चाहते, सिख नहीं चाहते। कुमार विश्वास आगे बताते हैं कि "इसको ये लग गया था कि 90 सीटें आएंगी, और मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। "तो मैंने कहा की पंजाब के लोग तुम्हें स्वीकार नहीं करेंगे। वो बिना टर्बन वाले आदमी को स्वीकार नहीं करेंगे। पंजाब (Punjab) सूबा नहीं है, पंजाब एक इमोशन है। लेकिन उसने कहा मेरे पास एक फॉर्मूला है "जब 90 सीटें आ जाएंगी तो हम भगवत मान ग्रुप और फुलका ग्रुप में झगड़ा करा देंगे। तीन – चार दिन झगड़ा चलेगा, नेशनल न्यूज बनेगी। फिर तुम जाना, विधायक से बात करना और बोलना या तो हमारा बनाओ या अरविंद को बनाओ। मेरे नाम पर सब चुप हो जाएंगे। फिर मैं, भारी मन से दिल्ली, मनीष (Manish Sisodia) को सौंप कर चला जाऊंगा, फिर धीरे – धीरे जमा लेंगे। कुमार विश्वास आगे बताते हैं कि मैंने उसको कहा था ये होगा नहीं, वो बॉर्डर स्टेट है। तो उसने कहा "आप चुप रहो, मैं आपको शपथ ग्रहण में बुलाऊंगा।"
इसके अलावा 2018 में एक्ट्रेस गुल पनाग ने भी इसी तरह के आरोप लगाए थे। पनाग ने पंजाब में खालिस्तानी (Khalistan) समर्थकों को 'के' गैंग बताते हुए कहा था कि "यह बहुत ही खराब तरीके की इश्कबाजी है। जिसको लेकर मैंने बार-बार चेताया था। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे पंजाब को 'समझ' नहीं पाए। मुझे लगा कि यह 'के' गैंग का चुनावी वेटेज है। हम सभी पंजाब को बहुत अच्छे तरीके से जानते हैं।