रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने बुधवार को कहा कि भारत को अब 4G से 5G की ओर जल्द बढ़ना चाहिए। 5जी को लांच करना भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकता होनी चाहिए। इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) में अंबानी ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि लाखों भारतीयों को देश की सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था को देखते हुए 2G तक सीमित रखना उन्हें डिजिटल इंडिया (Digital India) के लाभों से वंचित रखना है। भारत में तेज इकोनॉमिक रिकवरी आने का पूरा भरोसा है। देश में मोबाइल, डिजिटल क्षेत्र में बड़ा ट्रांसफॉर्मेशन हो रहा है।
उन्होंने कहा "5G को रोल आउट करना भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए। जियो ने 5G विकसित किया है जो पूरी तरह से क्लाउड नेटिव और डिजिटल रूप से प्रबंधित है।"
पिछले महीने एरिक्सन की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि 5G तकनीक 2027 के अंत तक भारत में लगभग 39 प्रतिशत मोबाइल सब्सक्रिप्शन का प्रतिनिधित्व करेगी, जिसका अनुमान लगभग 500 मिलियन सब्सक्रिप्शन है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में रिलायंस जियो (Reliance Jio) के 44.38 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।
अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि भारत में मोबाइल ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा, "जब हम नीति के संदर्भ में सामथ्र्य की बात करते हैं, तो हम केवल सेवाओं के सामथ्र्य के बारे में सोचते हैं। वास्तव में, भारत को न केवल सेवाओं की, बल्कि उपकरणों और टेक्नोलॉजी की भी आवश्यकता है।" कोविड (Covid-19) के समय में, जियो पांच मिलियन घरों में फाइबर-टू-होम पेश करने में सक्षम था।
अंबानी ने कहा, "अगर उद्योग के सभी लोग एक साथ काम करते हैं, तो हम तेजी से फाइबर का एक राष्ट्रव्यापी पदचिह्न् हासिल कर सकते हैं, जैसे कि हम पिछले दशक में देश के हर कोने में मोबाइल टेलीफोन तक पहुंचे।" (आईएएनएस)
Input: IANS ; Edited By: Manisha Singh