प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल बिहारी वाजपेयी को पीछे कर सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बनने का रिकॉर्ड हासिल कर चुके हैं।
बीते अगस्त के महीने में इस रिकॉर्ड की पुष्टि हुई। और इसी के साथ मोदी भारतीय इतिहास में चौथे सबसे लंबे अंतराल तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बने।
इससे पहले जिन तीन प्रधानमंत्रियों के नाम सूची में शामिल हुए, वे सभी कांग्रेस के थे।
अब इस बात से तो आप वाक़िफ़ ही होंगे कि वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे।
पहली बार, 16 मई 1996 को प्रधानमंत्री बने, लेकिन बहुमत साबित ना कर पाने के कारण उनके इस कार्यकाल पर 28 मई 1996 को ही विराम लग गया। उसके बाद वह 19 मार्च 1998 से 17 अप्रैल 1999 तक प्रधानमंत्री रहे। अंत में उन्होंने 13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004 तक सत्ता की बागडोर संभाली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री, श्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए (wikimedia)
वाजपेयी ने सबसे पहले प्रधानमंत्री के तौर पर 13 दिन, दूसरी बार 408 दिन और तीसरी पारी में 1847 दिन बिताए। पूर्ण कार्यकाल को मिलाकर वह 2268 दिनों तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
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इसके बावजूद मोदी ने अब वाजपेयी जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है।
वे भारत के इतिहास में चौथे सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने वाले व्यक्ति बन चुके हैं। उनके अलावा अभी तक ये ख़िताब केवल जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह को ही प्राप्त था।
मोदी को गुजरात के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का गौरव भी हासिल है।
गौर करने वाली बात है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अगुआई में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। जिसके बाद मोदी ने 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। बाद में चलकर 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा बड़े पैमाने पर जीत हासिल कर सत्ता की कुर्सी पर डटी रही और नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बने।
अब वह भारतीय इतिहास में चौथे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बन चुके हैं। (आईएएनएस)