बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank of England) ने 1989 के बाद उधार लेने की दर को 3 प्रतिशत तक बढ़ाने के बाद ब्रिटेन में 100 वर्षों में सबसे लंबी मंदी (Recession) आने की चेतावनी दी है। द गार्जियन ने बताया कि ब्रिटेन (Britain) की अर्थव्यवस्था (Economy) बहुत ही चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है। इस गर्मी में शुरू हुई मंदी 2024 के मध्य तक चलने की उम्मीद है। बैंक ने कहा कि उसे बेरोजगारी 3.5 प्रतिशत से 6.5 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। इस बीच केंद्रीय बैंक (Central Bank) ने दरों में बदलाव कर अपेक्षा के विपरीत उधार लेने वालों को कुछ राहत प्रदान की थी।
बैंक (Bank) के गवर्नर एंड्रयू बेली ने कहा, "हम भविष्य की ब्याज दरों के बारे में वादा नहीं कर सकते, लेकिन आज हम जहां खड़े हैं, उसके आधार पर हमें लगता है कि वित्तीय बाजारों में वर्तमान कीमत से बैंक दर को कम करना होगा।"
गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक पिछली बार 1989 में उधार लेने की दरों में 0.5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई थी।
1992 में विनिमय दर तंत्र संकट के दौरान जॉन मेजर की सरकार को 2 प्रतिशत की वृद्धि के लिए मजबूर किया गया था, हालांकि 24 घंटे से भी कम समय में इसे वापस ले लिया गया था।
आईएएनएस/RS