पाकिस्तान ने स्वीडन में कुरान को जलाए जाने की कड़ी निंदा की

 

कुरान(Wikimedia Commons)

अंतर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने स्वीडन में कुरान को जलाए जाने की कड़ी निंदा की

पाकिस्तान ने स्वीडन में कुरान को जलाए जाने की कड़ी निंदा की है और इस बात पर जोर दिया कि इस कदम से दुनिया भर में 1.5 अरब मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूज़ग्राम हिंदी: पाकिस्तान ने स्वीडन में कुरान को जलाए जाने की कड़ी निंदा की है और इस बात पर जोर दिया कि इस कदम से दुनिया भर में 1.5 अरब मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। जियो न्यूज(Jio News) ने बताया कि डेनमार्क की फार-राइट पार्टी स्ट्रैम कुर्स के नेता रैसमस पलुदान के स्टॉकहोम में तुर्की दूतावास के बाहर कुरान जलाने के बाद चारों ओर निंदा हो रही है।

तुर्की और सऊदी अरब, जॉर्डन और कुवैत समेत कई अरब देशों ने कुरान जलाने की निंदा की है। तुर्की ने विरोध दर्ज कराते हुए स्वीडन के डिफेंस मिनिस्टर की यात्रा को रद्द कर दिया और कहा, यह एक नस्लवादी कार्रवाई है, यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में नहीं है।

जियो न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि यह एक मूर्खतापूर्ण और उत्तेजक इस्लामोफोबिया कृत्य दुनिया भर के अरबों मुसलमानों की धार्मिक संवेदनाओं को आहत करता है।

मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के कृत्य को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के तहत शामिल नहीं किया जा सकता। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार से जुड़ी जिम्मेदारियां शामिल हैं, जिसके तहत घृणास्पद बयान और लोगों को हिंसा के लिए उकसाने वाले कृत्य शामिल नहीं होते।



मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस्लामोफोबिया, जेनोफोबिया, असहिष्णुता और धर्म या विश्वास के आधार पर हिंसा के लिए उकसाने के खिलाफ एक संकल्प लेने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।

जियो न्यूज ने बताया कि स्वीडन में अधिकारियों को पाकिस्तान की चिंताओं से अवगत कराया जा रहा है, इसने मुसलमानों की भावनाओं के प्रति सचेत रहने और इस्लामोफोबिक कृत्यों को रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है।

--आईएएनएस/VS

एक Sparrow Man की कहानी, जिनकी मेहनत से बचा हजारों गोरैयों का परिवार!

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह