Ciudad Perdida :कोलंबिया के सिएरा नेवादा डे सांता मार्टा में एक प्राचीन शहर है (Wikimedia Commons)
Ciudad Perdida :कोलंबिया के सिएरा नेवादा डे सांता मार्टा में एक प्राचीन शहर है (Wikimedia Commons) 
सैर-सपाटा

जंगलों के बीच छिपा हुआ था ये खूबसूरत शहर, यहां पहुंचना है बेहद कठिन

न्यूज़ग्राम डेस्क

Ciudad Perdida : पृथ्वी पर कई ऐसे अनोखे जगहें हैं, जिसके बारे में जानकर बड़ा ही आश्चर्य होता है इसके साथ ही साथ वहां की खूबसूरती किसी का भी मन मोह लेती है। आज हम आपको एक ऐसे पुरातन शहर के बारे में बताएंगे जो एक जंगल के अंदर स्थित है। कोलंबिया के जंगल में एक शहर छिपा है जो बहुत सुंदर और आकर्षक भी है। इस जगह का पता लगे बहुत ज्यादा साल नहीं हुए हैं और यहां पहुंचना भी आसान नहीं है। फिर भी जितने भी लोग यहां आते हैं, वे इस जगह के दीवाने हो जाते हैं।

1970 तक गुमनाम था ये शहर

कोलंबिया के सिएरा नेवादा डे सांता मार्टा में एक प्राचीन शहर है, जो सांता मार्टा नगर पालिका के अधिकार क्षेत्र में है । माना जाता है कि इस शहर की स्थापना लगभग 800 ईस्वी में हुई थी। यह शहर 1970 तक दुनियावालों से छिपा हुआ था। इस गुमे हुए शहर का अब तक केवल 10 फीसदी हिस्सा ही दुनिया के सामने आ सका है लेकिन जितना हिस्सा देखा गया है वह बेहद खुबसूरत है।

घने जंगल के माध्यम से 1,200 पत्थर की सीढ़ियाँ चढ़कर ही प्रवेश द्वार तक पहुँचा जा सकता है। (Wikimedia Commons)

इस जगह पर 250 से भी अधिक इमारतें हैं जिनका राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक तौर पर इस्तेमाल हुआ करता था। 2019 में यहां के 80 एकड़ के इलाके में पथरीले रास्ते, सुंदर सीढ़ीयां, नहरें, घर आदि देखे गए थे।

यहां पहुंचना है बेहद कठिन

बताया जाता है कि 1972 में स्थानीय लुटेरे लॉस सेपुल्वेडास नाम के समूह जंगली तीतर के शिकार करते हुए अनजाने में यहां पहुंच गए थे। एक पक्षी को पकड़ने के लिए उन्होंने पहाड़ों पर कुछ सीढ़ियों को देखा, जिन्हें चढ़ने के बाद यह शहर मिला और उसे “ग्रीन हेल” या “वाइड सेट” नाम दिया लेकिन इस टूरीस्ट डेस्टिनेशन तक पहुंचना आसान नहीं है।

यहां बस या ट्रेन से पास के शहर कुसको पहुंचने के बाद यहां जाने के लिए 90 मिनट तक पैदल चलना होता है। इस दौरान नदी पार करना, खड़ी पहाड़ी चढ़ना होता है और कटिबंधीय गर्मी का भी सामना करना होता है। घने जंगल के माध्यम से 1,200 पत्थर की सीढ़ियाँ चढ़कर ही प्रवेश द्वार तक पहुँचा जा सकता है। ऐसे में यहां पहुंचने में चार दिन का सफर तय करना पड़ सकता है।

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