क्या आपने कभी सोचा है कि इस दुनिया में कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जहां कदम रखना मौत को दावत देने जैसा है?[Sora Ai] 
सैर-सपाटा

खूबसूरती के पीछे छिपी है मौत! दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जगहें जहां मौत देती है दस्तक!

हैरानी की बात ये है कि इनमें से कई जगहों पर तो आज भी लोग रहते हैं और यहां वैज्ञानिक लगातार रिसर्च भी करते रहते हैं। आज हम आपको बताएंगे दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जगहों के बारे में, जहां जाना आसान नहीं और जो आप वहां चले गए तो वहां से सुरक्षित लौटना तो और भी ज्यादा मुश्किल है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

क्या आपने कभी सोचा है कि इस दुनिया में कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जहां कदम रखना मौत को दावत देने जैसा है? इंसान जहां घूमने-फिरने या एडवेंचर की तलाश में निकलता है, वहीं धरती पर कई कोने ऐसे भी हैं, जिनका नाम सुनते ही रूह कांप उठती है। ये जगहें न सिर्फ रहस्यमयी हैं, बल्कि इतनी खतरनाक हैं कि वहां पहुंचना यानी अपनी जिंदगी को जोखिम में डालना है। कभी प्राकृतिक आपदाएं (Natural Disasters) , तो कभी खतरनाक जंगली जानवर, कहीं जहरीली गैसें, तो कहीं अत्यधिक ठंड और गर्मी, ये सब कारण इन जगहों को इंसान के लिए नर्क से कम नहीं बनाते।

हैरानी की बात ये है कि इनमें से कई जगहों पर तो आज भी लोग रहते हैं [Sora Ai]

हैरानी की बात ये है कि इनमें से कई जगहों पर तो आज भी लोग रहते हैं और यहां वैज्ञानिक लगातार रिसर्च भी करते रहते हैं। आज हम आपको बताएंगे दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जगहों (10 most dangerous places in the world) के बारे में, जहां जाना आसान नहीं और जो आप वहां चले गए तो वहां से सुरक्षित लौटना तो और भी ज्यादा मुश्किल है।

अमेरिका के मौत की घाटी

डैथ वैली (Death Valley) अमेरिका के कैलिफोर्निया और नेवादा के बीच फैला एक ऐसा रेगिस्तानी इलाका है जिसे दुनिया की सबसे गर्म जगह माना जाता है। यहां गर्मियों में तापमान इतना बढ़ जाता है कि इंसान का जिंदा रह पाना मुश्किल हो जाता है। रिकॉर्ड के अनुसार, यहां का तापमान 56.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जो धरती पर दर्ज सबसे ज्यादा तापमानों में से एक है।

इस जगह का नाम ही इसकी असलियत बयान करता है। [Pixabay]

इस जगह का नाम ही इसकी असलियत बयान करता है। यहां पानी का नामोनिशान नहीं है और रेत इतनी तपती है कि पैरों में जूते होते हुए भी जलन महसूस होती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस जगह पर घंटों रुकना भी शरीर के लिए बेहद खतरनाक है क्योंकि इंसान का शरीर तेजी से डीहाइड्रेट हो जाता है और कई बार तो मौत भी हो जाती है।आज भी कई एडवेंचर प्रेमी यहां घूमने पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें सख्त हिदायत दी जाती है कि ज्यादा समय तक यहां न रुकें। अगर कोई व्यक्ति बिना तैयारी या पानी के यहां पहुंच जाए तो उसका जिंदा लौटना लगभग नामुमकिन है। शायद यही वजह है कि इसे “धरती का सबसे जानलेवा रेगिस्तान” कहा जाता है।

अमेज़न रेनफॉरेस्ट: हरियाली के बीच छुपा खतरनाक जाल

अमेज़न रेनफॉरेस्ट को दुनिया का “फेफड़ा” कहा जाता है क्योंकि यह पूरी धरती का 20% ऑक्सीजन पैदा करता है। [Pixabay]

अमेज़न रेनफॉरेस्ट (Amazon Rainforest) को दुनिया का “फेफड़ा” कहा जाता है क्योंकि यह पूरी धरती का 20% ऑक्सीजन पैदा करता है। लेकिन बाहर से दिखने वाला यह खूबसूरत जंगल उतना ही खतरनाक भी है। यहां 39 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले घने जंगल, अनजानी नदियाँ और हजारों तरह के खतरनाक जीव-जंतु पाए जाते हैं। अमेज़न में लगभग 25 लाख कीट प्रजातियां, सैकड़ों ज़हरीले सांप, मेंढक, और घातक मछलियां मौजूद हैं। यहां सबसे बड़ा खतरा सिर्फ जानवरों से नहीं बल्कि बीमारियों से भी है। जंगल में फैलने वाला मलेरिया, डेंगू और अन्य संक्रामक रोग लोगों की जान ले सकते हैं। घने जंगलों में रास्ता भटक जाना भी आम है। कई बार लोग यहां महीनों तक गुम हो जाते हैं और उनकी कोई ख़बर नहीं मिलती।

माउंट एवरेस्ट: सपनों की चोटी पर मौत

दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) 8,848 मीटर ऊंचा है और यह हर पर्वतारोही का सपना होता है इसे फतह करना। लेकिन यह सपना किसी की जिंदगी भी ले लेता है।

एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ाई करना दुनिया के सबसे खतरनाक कामों में गिना जाता है। [Pixabay]

एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ाई करना दुनिया के सबसे खतरनाक कामों में गिना जाता है। यहां का ऑक्सीजन स्तर बेहद कम है, जिसे “डेथ ज़ोन” (Death Zone) कहा जाता है। कड़ाके की ठंड, बर्फ़ीले तूफ़ान और ग्लेशियर किसी भी समय जान ले सकते हैं। अब तक सैकड़ों लोग इस पहाड़ पर अपनी जान गंवा चुके हैं। यहां की खतरनाक बात यह है कि मरे हुए पर्वतारोहियों के शव आज भी बर्फ़ में जमे पड़े हैं और कई बार नए पर्वतारोही उन्हीं को रास्ते की निशानी मानकर आगे बढ़ते हैं। इसके अलावा ऊंचाई पर शरीर धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है। थकान, हाइपोथर्मिया और ऑक्सीजन की कमी इंसान को मौत की तरफ धकेल देती है। हर साल सैकड़ों लोग चढ़ाई का प्रयास करते हैं लेकिन कई लोग लौटकर भी नहीं आ पाते। माउंट एवरेस्ट इस बात का सबूत है कि सपने पूरे करने की कीमत कभी-कभी मौत भी हो सकती है।

डैनाकिल डिप्रेशन: धरती का नर्क

इथियोपिया (Ethiopia) का डैनाकिल डिप्रेशन (Danakil Depression) धरती की सबसे विचित्र और खतरनाक जगहों में से एक है। यह इलाका ज्वालामुखी, सल्फर झीलों और तेज़ एसिडिक पानी से भरा हुआ है।

यहां का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और हवा में जहरीली गैसें घुली रहती हैं। [Pixabay]

यहां का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और हवा में जहरीली गैसें घुली रहती हैं। डैनाकिल में घूमना ऐसा है जैसे इंसान किसी दूसरे ग्रह पर चला गया हो। यहां के रंग-बिरंगे लेकिन जहरीले तालाब, एसिडिक धारा और लगातार उठता धुआं इसे इंसान के लिए मौत का गढ़ बना देता है। वैज्ञानिक भी यहां शोध करने जाते हैं तो विशेष उपकरण पहनकर ही काम करते हैं।यात्रियों को यहां जाने की अनुमति मिलती भी है तो सीमित समय के लिए और गाइड के साथ ही। अगर कोई अकेला यहां फंस जाए तो जिंदा निकल पाना लगभग नामुमकिन है। इसलिए इसे “धरती का सबसे खतरनाक प्राकृतिक प्रयोगशाला” कहा जाता है।


बेरमुडा ट्रायंगल

बेरमुडा ट्रायंगल (Bermuda Triangle) का नाम सुनते ही रहस्य और डर दोनों का ख्याल आता है। [Pixabay]

बेरमुडा ट्रायंगल (Bermuda Triangle) का नाम सुनते ही रहस्य और डर दोनों का ख्याल आता है। यह क्षेत्र अटलांटिक महासागर में मियामी, प्यूर्टो रिको और बेरमुडा के बीच स्थित है। सदियों से यहां कई जहाज और हवाई जहाज रहस्यमयी तरीके से गायब हो चुके हैं। वैज्ञानिकों के पास इसकी कई थ्योरी हैं, कोई कहता है यहां चुंबकीय शक्ति (Magnetic Powers) है, कोई कहता है यह समुद्र के नीचे गैस का प्रभाव है, और कुछ इसे परालौकिक शक्तियों से जोड़ते हैं। सच्चाई चाहे जो हो, लेकिन अब तक सैकड़ों मौतें और गायब होने की घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।इस जगह को आधिकारिक तौर पर खतरनाक घोषित नहीं किया गया है, लेकिन नाविक और पायलट अब भी इसे डर की नजर से देखते हैं। बेरमुडा ट्रायंगल धरती की उन चुनिंदा जगहों में से है, जहां विज्ञान भी पूरी तरह जवाब नहीं दे पाया है।

स्नेक आइलैंड: सांपों का साम्राज्य

ब्राजील (Brazil) का इल्हा दा क्वेमाडा द्वीप (Ilha da Quemada Island), जिसे स्नेक आइलैंड (Snake Island) के नाम से। [Pixabay]

ब्राजील (Brazil) का इल्हा दा क्वेमाडा द्वीप (Ilha da Quemada Island), जिसे स्नेक आइलैंड (Snake Island) के नाम से। ही जाना जाता है, वह दुनिया की सबसे डरावनी जगहों में गिना जाता है। यहां इंसानों का प्रवेश लगभग प्रतिबंधित है क्योंकि इस छोटे से द्वीप पर लाखों जहरीले सांप रहते हैं। यहां का सबसे खतरनाक जीव है “गोल्डन लांसहेड वाइपर”("Golden Lancehead Viper"), जिसका ज़हर इंसान के मांस को तुरंत सड़ा देता है। कहा जाता है कि यहां हर एक वर्ग मीटर में एक सांप मौजूद है। यही वजह है कि ब्राजील सरकार ने यहां आम लोगों का जाना मना कर दिया है। स्थानीय कहानियों में बताया जाता है कि जो भी इस द्वीप पर गया, वह कभी वापस जिंदा नहीं लौटा। वैज्ञानिक और सेना ही कभी-कभी रिसर्च या निगरानी के लिए यहां जाते हैं। स्नेक आइलैंड असल में इंसानों के लिए मौत का टापू है।

माउंट सिनाबुंग

इंडोनेशिया का माउंट सिनाबुंग (Mount Sinabung) एक सक्रिय ज्वालामुखी (Active Volcano) है जो कभी भी फट सकता है। [Pixabay]

इंडोनेशिया का माउंट सिनाबुंग (Mount Sinabung) एक सक्रिय ज्वालामुखी (Active Volcano) है जो कभी भी फट सकता है। पिछले कुछ दशकों में इसने कई बार तबाही मचाई है। 2010, 2014 और 2016 में इसके विस्फोट से सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों बेघर हो गए। इस ज्वालामुखी की खासियत यह है कि यह अचानक ही फट पड़ता है। राख का गुबार आसमान में 5 किलोमीटर तक फैल जाता है और लावा अपने रास्ते की हर चीज़ को जला देती है। यहां रहना बेहद खतरनाक है, फिर भी लोग इसकी तलहटी में खेती-बाड़ी करते हैं। वैज्ञानिक लगातार इसकी निगरानी करते रहते हैं लेकिन यह कब फटेगा, इसका कोई अंदाज़ा नहीं होता। सिनाबुंग इस बात का उदाहरण है कि प्रकृति कितनी खूबसूरत और खतरनाक दोनों हो सकती हैं।

अंटार्कटिका: बर्फ़ का जानलेवा मरुस्थल

यहां का तापमान -89 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है, [Pixabay]

अंटार्कटिका (Antarctica) भले ही सफेद बर्फ़ से ढका सुंदर महाद्वीप हो, लेकिन यह इंसानों के लिए सबसे कठिन और खतरनाक जगहों में से एक है। यहां का तापमान -89 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है, जो धरती का सबसे कम तापमान है। यहां कोई स्थायी बस्ती नहीं है, सिर्फ वैज्ञानिक शोध केंद्र ही मौजूद हैं। तेज़ हवाएं, बर्फ़ीले तूफ़ान और लगातार अंधेरा इंसान को मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ देता है। यहां सबसे बड़ा खतरा ठंड नहीं बल्कि आइसबर्ग और ग्लेशियर भी हैं, जो कभी भी टूटकर बड़े हादसे करा सकते हैं। यहां जिंदा रहने के लिए इंसान को पूरी तैयारी और उपकरणों की ज़रूरत होती है। बिना उसके यहां कुछ घंटे भी बिताना नामुमकिन है।


सहारा मरुस्थल

सहारा रेगिस्तान (The Sahara Desert) दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है [Pixabay]

सहारा रेगिस्तान (The Sahara Desert) दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है, जो लगभग 92 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला है। यहां दिन में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और रात में अचानक शून्य से नीचे गिर जाता है। पानी और छांव की कमी इसे इंसानों के लिए जानलेवा बनाती है। यहां रास्ता भटक जाना मौत को न्योता देने जैसा है। हर साल कई पर्यटक और खानाबदोश लोग प्यास और गर्मी से मर जाते हैं। रेत के तूफ़ान यहां आम बात हैं, जो पूरे शहरों को निगल सकते हैं। सहारा यह साबित करता है कि प्रकृति की विशालता कभी-कभी इंसान के लिए सबसे बड़ा खतरा होती है।

लेक नियोस: मौत उगलती झील

अफ्रीका (Africa) के कैमरून में स्थित लेक नियोस (Lake Neos) एक खूबसूरत लेकिन खतरनाक झील है। [Pixabay]

अफ्रीका (Africa) के कैमरून में स्थित लेक नियोस (Lake Neos) एक खूबसूरत लेकिन खतरनाक झील है। इसका पानी बेहद शांत दिखता है लेकिन इसकी गहराई में मौत छिपी है। 1986 में इस झील से अचानक कार्बन डाइऑक्साइड गैस का विस्फोट हुआ और पास के गांवों में 1,700 से ज्यादा लोग और हजारों जानवर दम घुटने से मारे गए। यह घटना दुनिया की सबसे भयानक प्राकृतिक त्रासदियों में से एक थी। आज भी लेक नियोस खतरे का घर है। वैज्ञानिकों ने गैस निकालने की तकनीक जरूर लगाई है, लेकिन किसी भी वक्त यहां से फिर मौत निकल सकती है। यह झील इस बात का प्रतीक है कि सुंदरता के पीछे कभी-कभी खतरनाक सच्चाई छिपी होती है।

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दुनिया की ये 10 जगहें हमें यह याद दिलाती हैं कि हमारी धरती जितनी खूबसूरत है, उतनी ही खतरनाक भी। डैथ वैली की तपती रेत, अमेज़न के जहरीले जीव, एवरेस्ट की बर्फ़ीली मौत या लेक नियोस की गैस, हर जगह इंसान के लिए खतरे का संदेश है। ये स्थान हमें रोमांच और डर दोनों का अनुभव कराते हैं। अगर आप रोमांच के दीवाने हैं, तो इन जगहों का नाम आपकी सूची में जरूर होगा, लेकिन याद रखिए, यहां कदम रखना मतलब मौत से सीधी मुलाकात करना है। [Rh/SP]

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