न्यूज़ग्राम हिंदी: पूरी दुनिया में हर साल जून के महीने को प्राइड मंथ के रूप में भी मनाया जाता है। LGBTQ नाम के समुदाय द्वारा इस महीने को मनाया जाता है। आपको बता दें LGBTQ कोई शब्द नही बल्कि छोटे शब्दों से मिलाकर बना हुआ एक शॉर्ट फॉर्म है। यह व्यक्ति के लिंग का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जानिए क्या होता है इसका पूरा मतलब।
हर साल मनाए जाने वाले इस महीने को पहले तो सिर्फ LGBTQ समुदाय ही मनाता था लेकिन पिछले कुछ समय से आम जनता भी इसमें शामिल होने लगी है। प्राइड मंथ के त्योहार में इस समुदाय के लोग अपने आप को समाज में बराबरी दिलाने के लिए रेनबो कलर के झंडे के साथ परेड निकलते हैं। यह शब्द किसी एक व्यक्ति के किसी दूसरे के लिए यौन रुझान के साथ भावनात्मक, शारीरिक, और रोमांटिक आकर्षण को दर्शाता है। इसमें स्ट्रेट, गे, बाईसेक्सुअल और लेस्बियन जैसे लिंग शामिल हैं। जेंडर से किसी व्यक्ति की स्त्री और पुरुष और उसकी अंतरिक अंतर का पता चलता है लेकिन इससे लिंग निर्धारित नहीं होता है। लिंग और जेंडर दोनो ही अलग अलग हैं।
1960 के दशक LGBT शब्द की उत्पत्ति हुई थी, इससे पहले इस समुदाय को समलैंगिक माना जाता था। 1969 में समलैंगिक अधिकारों के लिए अमेरिका में आंदोलन शुरू हो गए थे। धीरे धीरे ये आंदोलन बढ़ते गए और लोगों को समझ में आया कि समलैंगिक केवल गे को ही नहीं कहते हैं।
आपको बता दें कि LGBTQ में L का मतलब होता है लेस्बियन। यह एक ऐसी महिला का वर्णन करने के लिए जो किसी दूसरी महिला के ओर भावनात्मक, शारीरिक और रोमांटिक रूप से आकर्षित है।
G शब्द का मतलब होता है गे। यह एक पुरुष का वर्णन करने के लिए है जो दूसरे पुरुष की तरफ भावनात्मक, शारीरिक और रोमांटिक रूप से आकर्षित है।
B शब्द बायसेक्सुअल को दर्शाता है जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करने के लिए है जो स्त्री और पुरुष दोनों से ही भावनात्मक, शारीरिक और रोमांटिक रूप से आकर्षित है।
T शब्द का इस्तेमाल ट्रांसजेंडर के लिए होता है। यह एक ऐसा व्यक्ति है जिसका व्यवहार उसके जन्म से अलग होता है। जैसे की जन्म से यदि कोई पुरुष है लेकिन समय के साथ उसका व्यवहार स्त्री जैसा हो जाता है।
Q शब्द का इस्तेमाल ऐसे लिंग वाले लोगों के लिए होता है जो अपने लिंग को लेकर असमंजस में होते हैं। यह तय नहीं कर पाते हैं कि इनका आकर्षण स्त्री की तरफ या पुरुष की तरफ ज़्यादा है।
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