History Of 22th September [Sora Ai] 
इतिहास

22 सितंबर: जानें इस दिन से जुड़ी कुछ खास घटनाएं

इतिहास के पन्नों में 22 सितम्बर का दिन अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं के कारण याद किया जाता है। इस दिन भारत और विश्व में कई ऐसी घटनाएँ हुईं जिन्होंने राजनीति, समाज, संस्कृति और विज्ञान की दिशा बदल दी।

न्यूज़ग्राम डेस्क

इतिहास के पन्नों में 22 सितम्बर का दिन अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं के कारण याद किया जाता है। इस दिन भारत और विश्व में कई ऐसी घटनाएँ हुईं जिन्होंने राजनीति, समाज, संस्कृति और विज्ञान की दिशा बदल दी। कहीं स्वतंत्रता संग्राम की गूँज सुनाई दी, तो कहीं युद्ध और शांति के प्रयासों ने इतिहास को नया मोड़ दिया। कई देशों में लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई आगे बढ़ी, वहीं वैज्ञानिक उपलब्धियों ने मानव जीवन को प्रभावित किया। भारत से लेकर विश्व तक, 22 सितम्बर की तारीख घटनाओं से भरपूर रही है। आइए जानते हैं इस दिन की कुछ खास घटनाएँ।  आइए जानते हैं 22 सितंबर (History Of 22th September) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।

गुरु नानक देव जी की मृत्यु

Guru Nanak Dev Ji’s Death [Wikimedia Commons]

1539 में 22 सितंबर को गुरु नानक देव, सिख धर्म के प्रथम गुरु, का निधन हुआ (Guru Nanak Dev Ji’s Death)। गुरु नानक का जन्म 1469 में हुआ था, और उन्होंने धार्मिक, सामाजिक और आध्यात्मिक शिक्षाएँ दीं जिनमे समानता, सेवा (सेवा-भोजन अर्थात् लंगर), और मानवता पर जोर था। उनकी मृत्यु के बाद भी उनकी शिक्षाएँ सिख पंथ में और भारतीय उपमहाद्वीप में गहरे प्रभावी रहीं।

ट्रेन नरसंहार: Amritsar Train Massacre

Amritsar Train Massacre [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 1947 को विभाजन-काल में एक मुस्लिम शरणार्थी ट्रेन अमृतसर पहुँचते ही सिख जत्थों ने उस पर हमला किया (Amritsar Train Massacre), जिसमें लगभग 3,000 मुस्लिम शरणार्थियों की हत्या हुई और लगभग 1,000 घायल हुए। यह घटना भारत-पाकिस्तान विभाजन की हिंसा की एक भयावह याद है, जब धार्मिक और जातीय तनाव चरम पर था। इस नरसंहार (Amritsar Train Massacre) ने शरणार्थी ट्रेनों की सुरक्षा की समस्याएँ उजागर कीं और विभाजन के बाद क्षेत्रीय सरकारों व केंद्रीय नेतृत्व पर जनहित और मानवाधिकार की प्राथमिकता पर सवाल उठे।

इरान-इराक युद्ध की शुरुआत

Iran-Iraq War 1980 [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 1980 को इराक ने इरान पर आक्रमण किया और इसने इरान-इराक युद्ध की शुरुआत (Iran-Iraq War Begins) की।यह युद्ध लगभग आठ वर्ष तक चला और बहुत बड़े पैमाने पर मानव और आर्थिक नुकसान हुआ। युद्ध ने दोनों देशों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति को प्रभावित किया, कई जनसंख्या विस्थापन हुए, सीमाएँ बदली, अंतरराष्ट्रीय राजनीति में मध्य पूर्व के महत्व को बढ़ाया गया।

नेप्च्यून ग्रह की खोज

Discovery of Neptune [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 1846 को खगोलशास्त्री Johann Gottfried Galle ने गणितीय अनुमान के आधार पर पहला व्यक्ति के रूप में नेप्च्यून ग्रह (Discovery of Neptune) का आकलन किया। यह खोज खगोलशास्त्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी क्योंकि इसे गणित, खगोल और अवलोकन का संयोजन समझा जाता है, और ग्रहों की गति, गुरुत्वाकर्षण बलों के सिद्धांतों एवं सौरमंडल की संरचना को बेहतर ढंग से समझने में बड़ी भूमिका निभाई।

V. S. Srinivasa Shastri का जन्म

V. S. Srinivasa Shastri [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 1869 को भारत में V. S. Srinivasa Shastri जन्मे थे। वे सामाजिक सुधारक, राजनेता और वक्ता थे। ब्रिटिश काल में उन्होंने भारत और विदेशों में भारतीयों की स्थिति सुधारने के लिए काम किया, भाषण दिए, राजनीति में भाग लिया और सामाजिक न्याय के मुद्दों को प्रमुखता दी। उनका योगदान भारत-ब्रिटेन, भारत-दक्षिण अफ्रीका आदि स्थानों पर भारतीयों के अधिकारों के लिए हुआ।

अमेरिका में राष्ट्रपति की हत्या का प्रयास विफल

Gerald Ford [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 1975 को अमेरिका में एक व्यक्ति, Sara Jane Moore, ने राष्ट्रपति Gerald Ford में गोली चलाने की कोशिश की (Attempted Assassination of President Gerald Ford), लेकिन यह प्रयास असफल रहा क्योंकि बंदूक में खराबी थी और एक व्यक्ति ने उन्हें पकड़ लिया। यह घटना राजनीतिक हिंसा और सुरक्षा प्रोटोकॉल की चुनौतियों को दर्शाती है, विशेषकर अमेरिकी राष्ट्रपति सुरक्षा व्यवस्था में।

1965 में भारत-पाक युद्ध में युद्धविराम

Ceasefire between India & Pakistan [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 1965 को भारत और पाकिस्तान के बीच संयुक्त राष्ट्र की पहल पर युद्धविराम (Ceasefire between India & Pakistan, 1965) लागू हुआ। यह युद्ध कश्मीर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच तन-तनी हुई लड़ाइयों का हिस्सा था। युद्धविराम ने सीधे सैन्य संघर्ष को समाप्त किया और बाद में तशकंद समझौता (Tashkent Agreement) की ओर बढ़ने की नींव रखी।

मंसूर अली खान पटौदी का निधन

Mansoor Ali Khan Pataudi [Wikimedia Commons]

22 सितंबर 2011 को प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर और पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी का निधन हुआ (Mansoor Ali Khan Pataudi passes away)। पटौदी ने भारतीय क्रिकेट को नेतृत्व और खेलने की शैली दोनों में योगदान दिया, और उनके दौर की कप्तानी, विशेष रूप से विदेशों में, यादगार रही।

33 साल से बिना खाना जिंदा 'ऑयल कुमार', इंजन ऑयल और चाय बना जीवन का सहारा - डॉक्टरों ने बताया घातक अंधविश्वास

Morning Puja Tips: भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए यह है सरल पूजा विधि!

ईटों में कैद भेदभाव: तमिलनाडु की अछूतता की दीवार

डिजिटल अरेस्ट का खौफ: ठगों की धमकियों से डॉक्टर ने गंवाई जान, मौत के बाद भी आते रहे कॉल

फ्रांका वियोला: जब एक साधारण लड़की ने बलात्कारी से शादी ठुकराकर इटली का कानून बदल डाला