जाट आइकॉन राजा महेंद्र प्रताप सिंह (Wikimedia) परपोते ने उनके लिए भारत रत्न की मांग की
इतिहास

जाट आइकॉन राजा महेंद्र प्रताप सिंह के परपोते ने भारत सरकार से उनके लिए भारत रत्न की मांग की

उन्होंने कहा कि मेरे दादाजी ने अपने संपूर्ण जीवन में सदैव ही तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया और आज उनके नाम पर यह विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है यह बहुत ही सम्मान की बात है।

न्यूज़ग्राम डेस्क, Poornima Tyagi

जाट आइकॉन राजा महेंद्र प्रताप सिंह (Raja Mahendra Pratap Singh) को इतिहास के पन्नों ने भुला दिया है लेकिन उनके परपोते चरण प्रताप सिंह (Charan Pratap Singh) ने उनके लिए भारत रत्न (Bharat Ratna) सम्मान की मांग की है।

उनका कहना है कि उनके दादाजी राजा महेंद्र प्रताप सिंह को भारत सरकार (Indian Government) द्वारा जो सम्मान दिया गया है वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मेरे दादाजी ने अपने संपूर्ण जीवन में सदैव ही तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया और आज उनके नाम पर यह विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है यह बहुत ही सम्मान की बात है। मैं बेहद सौभाग्यशाली हूं कि मैं राजा महेंद्र प्रताप सिंह का परपौत्र हूं मेरा जन्म भारत के एक ऐसे परिवार में हुआ जहां 2 क्रांतिकारियों ने जन्म लिया। मेरे परदादा राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने स्वतंत्रता आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इतिहास के पन्नों में नाम नही

आप शायद ही जानते होंगे कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) की स्थापना के लिए अपनी संपत्ति दान में दी थी। लेकिन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास की बात की जाएं तो उसमें राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कोई स्थान प्राप्त नहीं हुआ है अगर विश्वविद्यालय की वेबसाइट देखी जाए तो उसने सैयद अहमद खान के योगदान से जुड़े तथ्य तो जरूर बताएं गए हैं। लेकिन विश्वविद्यालय के लिए अपनी जमीन का एक बड़ा हिस्सा दान कर देने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह का कोई जिक्र नहीं है इसीलिए इस भूल की सुधार के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी (Adityanath) ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह को उनका गौरव वापस दिलाने का संकल्प लिया था। उसी के परिणाम स्वरूप अलीगढ़ (Aligarh) जनपद में उनके नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की गई।

(PT)

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