बचपन से क्यों सिखाते हैं?
बच्चे जो किताबों और टीचर से सीखते हैं, उसे सच मान लेते हैं। अगर कोई कहानी बार-बार बचपन से सुनाई जाए, तो वो बिल्कुल सच लगने लगती है और यह भी कहाँ जाता है की 100 बार बोला हुआ झूठ सच लगने लगता है। बाद में कोई कहे कि ये गलत है, तो भी उसे भूलना या बदलना मुश्किल हो जाता है। इसी वजह से नेता बच्चों की पढ़ाई पर सबसे ज़्यादा ध्यान देते हैं।
नेताओं को इतिहास बदलने से क्या फायदा होता है?
जब नेता या सरकार इतिहास बदलते हैं, तो वे अपने बारे में सिर्फ अच्छी बातें दिखा सकते हैं और बुरी बातें छुपा सकते हैं। इससे लोग उन्हें हीरो समझने लगते हैं। कभी-कभी वो पुरानी जीतों की कहानियां बढ़ा-चढ़ाकर सुनाते हैं, ताकि लोग अपने देश पर गर्व करें। कई बार वे किसी और देश या समाज को दुश्मन की तरह दिखाते हैं, ताकि लोग उनके खिलाफ एकजुट हो जाएं। अगर उन्होंने कभी बड़ी गलती की हो, तो उसे किताबों से हटा देते हैं। और जब इतिहास में उनके परिवार या पार्टी को हमेशा सही और ताकतवर दिखाया जाता है, तो लोग उन्हें बार-बार चुनते रहते हैं।
ये कैसे किया जाता है
कई देश सिर्फ अपने अच्छे कामों की कहानियां बताते हैं। जैसे जापान (Japan) की कुछ किताबों में पुराने युद्धों को ऐसे लिखा गया है, मानो वो दूसरे देशों की मदद करने के लिए लड़े गए थे, जबकि असलियत में नुकसान भी हुआ था।
कुछ जगह दुश्मन बनाने के लिए इतिहास बदला जाता है। जैसे अमेरिका (America) में ‘कोल्ड वॉर’ (Cold War) के समय किताबों में सोवियत यूनियन को पूरी तरह बुरा दिखाया गया, जबकि असल कहानी और भी जटिल थी।
कई बार पुराने किस्सों का इस्तेमाल आज के कामों को सही ठहराने के लिए किया जाता है। जैसे रूस (Russia) में किताबों में लिखा जाता है कि यूक्रेन (Ukraine) हमेशा से रूस का हिस्सा रहा है, ताकि उसकी जमीन लेने को सही साबित किया जा सके।
कुछ देश बड़ी गलतियों को किताबों से हटा देते हैं। जैसे तुर्की (Turkey) में स्कूल की किताबों में आर्मेनियन (Armenia) नरसंहार को बस “लोगों को युद्ध में दूसरी जगह भेजना” बताया जाता है।
कहीं-कहीं नेता खुद को इतिहास का सबसे बड़ा नायक दिखाते हैं। जैसे उत्तर कोरिया (North Korea) में किताबों में लिखा जाता है कि किम परिवार सैकड़ों सालों से देश का असली नेता है, और पुराने इतिहास को भी इसी तरह बदला जाता है।
पुरानी सोवियत (Soviet Union) यूनियन में तो पूरी पढ़ाई इस तरह बनाई जाती थी कि कम्युनिज़्म (Communism) सबसे अच्छा सिस्टम लगे, और जो लोग इससे असहमत थे, उनके नाम और तस्वीरें ही मिटा दी जाती थीं।
ये क्यों खतरनाक है?
जब इतिहास बदला जाता है, तो लोग दूसरे समाजों या देशों से नफरत करने लगते हैं, बिना असली कहानी जाने। फैसले सच की जगह झूठ पर लिए जाते हैं। लोग सरकार पर सवाल करना छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वो हमेशा सही है। ये झूठी कहानियां सालों तक दिमाग में रहती हैं, कभी-कभी पूरी जिंदगी तक।
लोगो की सोच बदलने मै कितना समय लगता है?
बचपन में सीखी बातें बहुत लंबे समय तक रहती हैं, कई बार बुढ़ापे तक। अगर कोई बाद में सच भी बता दे, तो भी दिमाग में बचपन की यादें और मान्यताएं रहती हैं। अगर मीडिया, किताबें और स्कूल सभी एक ही कहानी सुनाएं, तो लोगों का विश्वास और भी मज़बूत हो जाता है। लेकिन अगर लोग बचपन से ही अलग-अलग पहलुओं को सुनें और चर्चा करें, तो वो सोचने-समझने की क्षमता रखते हैं और आसानी से धोखा नहीं खाते।
निष्कर्ष
इतिहास बदलना सिर्फ अतीत की बात नहीं है, ये आज और कल को भी बदल देता है। जब नेता बच्चों को बदला हुआ इतिहास पढ़ाते हैं, तो वे उनके बड़े होने पर सोचने का तरीका तय कर देते हैं। इससे नफरत फैल सकती है, गलतियां छुप सकती हैं, और लोग बिना सवाल किए नेताओं के पीछे चल सकते हैं। इसका इलाज है कि इतिहास को हर नज़रिये से पढ़ाया जाए, सचाई के साथ और खुली चर्चा के ज़रिए, ताकि लोग पूरी तस्वीर देख सकें। (RH/BA)