Most Dangerous Dog Breeds : देश के अलग-अलग नस्लों के आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि कौन कुत्ता सबसे ज्यादा खतरनाक होता है और कौन सबसे कम खतरनाक। अधिकतर लोग कुत्तों के नस्लों के बारे में अच्छे से नहीं जानते हैं इसलिए उन्हें लगता है कि सभी कुत्ता खतरनाक होते हैं, जबकि ऐसा नहीं है सभी खतरनाक नहीं होते हैं। आज हम कुत्तों से जुड़े भ्रम को दूर करेंगे, तो आइए जानते हैं कि इनके कितने प्रकार के नस्ल होते हैं।
वैसे तो दुनिया में कुत्तों की कई नस्ल है, लेकिन 12 नस्ल के कुत्ते ज्यादा देखे जाते हैं। ये खासकर जर्मन शेफर्ड, बुलडॉग, लैब्राडोर रेटरिएवेर, गोल्डन रिट्रीवर, फ्रेंच बुलडॉग, साइबेरियन हस्की, बीगल कुत्ता, अलास्कन मलामुट, पूडल, चिन्हुआ, डाशहण्ड, ऑस्ट्रेलियन कैटल डॉग नस्ल के कुत्तों को देखे गए हैं।
कुत्ते के पागल होने का प्रमुख कारण रैबीज है। रैबीज कुत्तों में वायरस के कारण होता है। यदि कोई कुत्ता मरे हुए जानवर का मांस खा लेता है तो उस कुत्ते में रैबिज होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। मरे हुए जानवारों से यह वायरस कुत्ते के स्नायु तंत्र तक पहुंच जाता है। इसके बाद कुत्ते के मस्तिष्क की कोशिकाएं में यह वायरस तेजी से फैल जाता है। रैबीज का सीधा प्रभाव कुत्ते के नर्वस सिस्टम पर पड़ता है और उसके शरीर की मांसपेशी पैरालाइज हो जाती हैं। ऐसे में कुत्ते के सोचने समझने की क्षमता खो देता है और वह पागल हो जाता है। पागल कुत्ते के काटने के बाद आपके शरीर में रैबिज का वायरस फैलने लगता है। ऐसे में बिना डरे तुरंत ही इलाज शुरू कराएं।
रैबीज होने के बाद कुत्ता लोगों को काट सकता है इसलिए समय रहते लोगों को रैबीज के लक्षण पहचान लेने चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए। यदि किसी कुत्ता को खाना देने के बाद भी वह नहीं खाता है तो ऐसी परिस्थिति में सावधान होने की जरूरत है या कुत्ते के मुंह से झाग निकल रहा है तो समझिए वह कुत्ता पागल हो गया है। हर नस्ल के कुत्तों में लगभग एक ही प्रकार में लक्षण पाये जाते हैं। रेबीज से ग्रस्त कुत्ता अपने आप मर जाता है, लेकिन मरने से पहले किसी को काट ले, तो उसे तुरंत ही रेबीज का इंजेक्शन लगाना चाहिए।