Pakistan : पाकिस्तान के कराची शहर में एक स्टेट बैंक म्युजियम एंड आर्ट गैलरी है। ऐसे तो इस बिल्डिंग के ऊपर लिखा हुआ है स्टेट बैंक म्युजियम लेकिन इसके पीछे लिखी लिखावट को ध्यान से देखा जाए तो वहां इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया लिखा हुआ है। ये ऐसी बिल्डिंग है, जिसमें लाहौर में रहने वाले बड़े हिंदू और सिख व्यापारियों का पैसा ज्यादा लगा हुआ था। इसी बैंक का नाम भारत की आजादी के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हो गया, हालांकि इसमें कई बैंकों का भी विलय हुआ। इस बैंक को यद्यपि 1921 में एक अंग्रेज ने खोला था।
इसके अलावा कई ऐसी ईमारत पाकिस्तान में आज भी मौजूद है जहां आपको इंडिया का नाम देखने को मिल जाएगा। कराची में लड़कियों के प्रमुख गर्वर्नमेंट कालेज फार वूमन के कई जगहों पर अब भी इंडियन गर्ल्स हाईस्कूल लिखा हुआ मिल जाता है। इस स्कूल की दीवारों पर लगे शिलालेख पत्थरों में इसका नाम इंडियन गर्ल्स हाई स्कूल लिखा है।
कराची की इस शानदार इमारत में अब स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक है लेकिन आजादी से पहले ये चार्टर्ड बैंक ऑफ इंडिया की संपत्ति था। आजादी के बाद भारत सरकार ने इस बैंक का विलय इलाहाबाद बैंक में कर दिया। ये बिल्डिंग आजादी से पहले बैंक ऑफ इंडिया की थी। जिसे 1906 में मुंबई में जानेमाने भारतीय व्यापारियों ने मिलकर खोला था। आजादी के बाद इसमें पाकिस्तान का यूनाइटेड बैंक लिमिटेड खोल दिया गया।
कराची का प्रसिद्ध मोहाटा पैलेस भी एक जमाने में हिंदू राजा शिवरतन चंद्ररतन ने 1927 में गर्मियों के अपने घर के तौर पर बनाया था। आज भी जब कोई कराची जाता है तो राजस्थानी शैली की इस खास इमारत को देखना नहीं भूलता।
कराची में ही विक्टोरिया म्युजियम के पास एक जीर्ण शीर्ण कई मंजिल की बिल्डिंग है। ये बिल्डिंग कभी भव्य इमारत रही होगी। यहां ढेर सारे लोग काम करते रहे होंगे। अब ये लगातार जर्जर हो रही है। यहां अंधेरा रहता है। इसके गेट पर एक पत्थर की शिलालेख पर इस भवन का नाम अब भी इंडियन लाइफ इंश्योरेंस लिखा है। अब इसमें अवैध रूप से मजदूर रहते हैं।