ऑनर किलिंग (Honor Killing) हमारे देश की एक गंभीर और लंबे समय से चली आ रही सामाजिक समस्या है। इसी विषय से जुड़ी एक चौंकाने वाली घटना हरियाणा के रोहतक (Rohtak) के कहनी गांव से सामने आई है। गांव की एक लड़की, सपना, ने अपने प्रेमी सूरज से शादी कर ली थी। यह रिश्ता लड़की वालों को मंजूर नहीं था, इसलिए उन्होंने साफ कह दिया था कि यह दोनों गांव में साथ नहीं रह सकते। मजबूर होकर सपना और सूरज शादी के बाद गांव छोड़कर चले गए, लेकिन हमेशा कोई अपना घर छोड़कर नहीं रह सकता।
करीब तीन साल बाद दोनों वापस गांव लौटे। जैसे ही लड़की वालों को इसकी जानकारी मिली, सपना का भाई तीन साथियों के साथ रात करीब 9 बजे उसके घर पहुंचा। उस समय सूरज बाहर ऑटो चलाने गया हुआ था। घर में घुसते ही भाई ने सपना पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं—पांच गोलियों से घायल होकर सपना ने वहीं दम तोड़ दिया। बचाव के लिए सामने आए उसके देवर को भी गोली लगी, जिसे गंभीर हालत में पीजीआईएमएस में भर्ती कराया गया।
घटना के समय घर में सपना का दो साल का बेटा, देवर साहिल और उसकी सास निर्मला मौजूद थे। निर्मला ने बताया कि ढाई साल पहले उनके पति की मौत हो चुकी थी, और सूरज अक्सर देर रात तक ऑटो चलाता था, इसलिए घर की सुरक्षा के लिए उन्होंने CCTV कैमरा लगाया हुआ था। इसी कैमरे में हमलावर स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड हो गए।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि हमलावर सूरज की हत्या की भी योजना बना रहे थे। लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई और वे मौके पर पहुंच गए। जब पुलिस ने हमलावरों को चारों तरफ से घेरा, तो उन्होंने पुलिस पर भी गोली चलानी शुरू कर दी। आत्मरक्षा में हुई जवाबी कार्रवाई के बाद चारों हमलावर गिरफ्तार कर लिए गए।
ऑनर किलिंग (Honor Killing) की घटनाएँ भारत में लंबे समय से होती आ रही हैं। इस सामाजिक बुराई पर जागरूकता फैलाने के लिए कई फिल्में भी बनाई गई हैं, जैसे एनएच-10 (2015), आक्रोश (2010), और लव हॉस्टल, जो समाज के सामने इसकी भयावह सच्चाई को उजागर करती हैं।
ऑनर किलिंग (Honor Killing) यानी “इज़्ज़त के नाम पर हत्या” वह अपराध है जिसमें परिवार के ही लोग, खासकर पुरुष सदस्य, किसी लड़की या महिला की जान ले लेते हैं। उनका मानना होता है कि उसने परिवार की बदनामी की है। हमारे जैसे पितृसत्तात्मक समाज में लड़कियों पर कड़ी नज़र रखी जाती है, और परिवार की इज़्ज़त को उनके व्यवहार से जोड़ दिया जाता है। माना जाता है कि लड़की की “शुद्धता” की जिम्मेदारी पहले पिता-भाई की और बाद में पति की होती है।
ऑनर किलिंग (Honor Killing) की शिकार महिलाओं पर अक्सर गलत चरित्र का आरोप लगाया जाता है—जैसे किसी अनजान पुरुष से बात करना, प्रेम संबंध रखना या शादी से बाहर संबंध होना, चाहे वह जबरदस्ती ही क्यों न हुआ हो। कई बार वजह सिर्फ इतनी होती है कि लड़की अरेंज मैरिज से मना कर देती है, या तलाक चाहती है, भले ही पति हिंसक हो। दुख की बात यह है कि कई बार महिलाएँ भी इन हत्याओं को सही ठहराती हैं या इन्हें करवाने में साथ देती हैं।