न्यूज़ग्राम हिंदी: घर बैठे हम सभी दूर से ही चांद और सितारों को देखते हैं। बहुत से ऐसे लोग होंगे जो वहां तक पहुंचने का सपना देखते हैं लेकिन जो वास्तव में वहां तक पहुंच पाए ऐसे बहुत कम हैं। उन्हीं में से एक थी भारत की बेटी कल्पना चावला(Kalpana Chawla)। आइये जानते हैं उनके जीवन के बारे में।
17 मार्च 1972 को हरियाणा के करनाल में जन्मी कल्पना चावल का आज जन्मदिन है। आपको बता दें कि कागज़ी तौर पर उनकी जन्मतिथि 1 जुलाई 1961 की है। इसके पीछे का कारण उनका स्कूल में एडमिशन था। उनकी स्कूली शिक्षा करनाल के टैगोर बाल निकेतन से ही हुई थी। बचपन से ही उनमें अंतरिक्ष को लेकर खासी रुचि थी। वह घर के लोगों से अंतरिक्ष से जुड़े कई सवाल किया करती थी। तब किसे पता था कि मज़ाक में ही सवाल करने वाली यह लडकी सच में अंतरिक्ष तक पहुंच जाएगी।
उनके अंतरिक्ष के सफर को शुरुआत हुई 1982 में जब उन्होंने अमेरिका के टेक्सस से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री ली। उस समय नासा में अंतरिक्ष यात्री के तौर पर जाने वाली वह पहली भारतीय महिला थीं। 1983 में उन्होंने फ्रांस के जॉन पीयर से शादी की जो पेशे से एक फ्लाइट इंस्ट्रक्टर थे। 1997 में उन्हें अंतरिक्ष में जाने वाले स्पेशल शटल प्रोग्राम में चुना गया। वह अंतरिक्ष में सफर करने वाली पहली भारतीय महिला यात्री बनीं।
2003 को उन्होंने अपना दूसरे और आखिरी अंतरिक्ष सफर किया। 1 फरवरी को 16 दिन बीतने के बाद अपने 6 साथियों के साथ जब वह लौट रहीं थी तभी उनका विमान हादसे का शिकार हो गया। इस दुर्घटना में सभी की मौत हो गई। इसके लिए फ्लोरिडा के स्पेस स्टेशन ने अपना झंडा आधा झुका दिया था। उन्होंने अपने इंटरव्यू में यह बात कही थी कि मैं अंतरिक्ष के लिए ही बनी हूं और वही हुआ।
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