न्यूज़ग्राम हिंदी : जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी के तहत पहली हेल्थ वर्किंग ग्रुप (HWG) की बैठक 18-20 जनवरी के बीच केरल के तिरुवनंतपुरम में होगी। जी20 प्रेसीडेंसी के अध्यक्ष के रूप में, भारत का उद्देश्य उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को उजागर करते हुए स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और पिछले प्रेसीडेंसी से प्रमुख उपलब्धियों को जारी रखना है जिन्हें मजबूत करने की आवश्यकता है। भारत का लक्ष्य स्वास्थ्य सहयोग में लगे विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर चर्चा करना और एकीकृत कार्रवाई की दिशा में काम करना है।
जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी के हेल्थ ट्रैक में चार हेल्थ वर्किंग ग्रुप (एचडब्ल्यूजी) मीटिंग्स और एक हेल्थ मिनिस्ट्रियल मीटिंग (एचएमएम) शामिल होगी। तिरुवनंतपुरम (केरल), गोवा, हैदराबाद (तेलंगाना) और गांधीनगर (गुजरात) सहित देश भर में विभिन्न स्थानों पर बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें भारत की समृद्ध और विविध संस्कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर प्रकाश डाला जाएगा।
G20 समिट भारत के नेतृत्व में
अधिकारियों ने कहा कि भारत जी20 चर्चाओं को समृद्ध, पूरक और समर्थन देने के लिए एचडब्ल्यूजी की प्रत्येक बैठक के साथ एक अतिरिक्त कार्यक्रम की मेजबानी करने की योजना बना रहा है। इनमें मेडिकल वैल्यू ट्रैवल और डिजिटल हेल्थ पर साइड इवेंट्स शामिल हैं। दवाओं, निदान और टीकों पर सहयोगी अनुसंधान पर एक कार्यशाला और ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन( Global Centre For Traditional Medicine) पर एक सह-ब्रांडेड कार्यक्रम है।
भारत ने जी20 हेल्थ ट्रैक के लिए तीन प्राथमिकताओं की पहचान की है, जिसमें स्वास्थ्य आपात स्थिति की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया (एक स्वास्थ्य और एएमआर पर ध्यान देने के साथ), सुरक्षित, प्रभावी, गुणवत्ता और सस्ती चिकित्सा काउंटरमेशर्स तक पहुंच और उपलब्धता पर ध्यान देने के साथ फार्मास्युटिकल क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना शामिल करना है|
भारत ने 1 दिसंबर, 2022 को जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की। भारत वर्तमान में जी20 ट्रोइका का हिस्सा है, जिसमें इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील शामिल हैं, यह पहली बार चिह्न्ति किया गया है कि ट्रोइका में तीन विकासशील और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी समावेशी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगी। पीएम द्वारा अनावरण की गई थीम: 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' भारत के 'वसुधैव कुटुम्बकम' के दर्शन को प्रतिपादित करता है| यह दुनिया के लिए सामूहिक रूप से महामारी के बाद एक स्वस्थ दुनिया के निर्माण की दिशा में काम करने का आह्वान है।
--आईएएनएस/VS