न्यूज़ग्राम हिंदी: अमेरिका(America) के छह दिन के दौरे पर आए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने एक बार फिर जाति आधारित जनगणना की अपनी मांग दोहराई है। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर देश के संविधान पर हमला करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सुंदरता इसकी विविधता है और किसी भी भाषा पर हमला देश के संविधान पर हमला है, जिसे वह नहीं होने देंगे।
केंद्र सरकार द्वारा एक भाषा के विचार को थोपने की कोशिश के बारे में पूछे जाने पर, वायनाड के पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, संविधान में भारत की परिभाषा राज्यों का संघ है। हमारे संविधान के भीतर भाषा, संस्कृति, इतिहास का विचार है। और उनमें से प्रत्येक को संरक्षित किया जाना है।
राहुल गांधी ने दुबारा जाति जनगणना की मांग दोहराई(IANS)
उन्होंने कहा, जब हम सरकार में थे, हमने एक जातिगत जनगणना की थी। जातिगत जनगणना के पीछे का विचार यह था कि समाज की सटीक जनसांख्यिकी क्या है, विभिन्न समुदायों के कितने लोग हैं, यह पता लगाने के लिए भारतीय समाज का एक्स-रे किया जाए ताकि यह पता लनगाया जा सके कि विभिन्न समुदायों और जातियों के कितने लोग हैं। आबादी के वितरण को जाने बिना और कौन क्या है यह जाने बिना धन और शक्ति का प्रभावी वितरण मुश्किल है।
उन्होंने कहा, यही कारण है कि हम भाजपा पर जाति जनगणना जारी करने के लिए जोर दे रहे हैं और वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। जब हम सत्ता में आएंगे तो हम यह करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस भारत को एक उचित जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और हम समझते हैं कि दलितों, आदिवासियों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार के मामले में भारत आज एक उचित जगह नहीं है।
उन्होंने कहा, एक न्याय योजना है जो हर भारतीय को न्यूनतम आय प्रदान कर सकती है, मनरेगा जैसी योजनाएं, सार्वजनिक शिक्षा में वृद्धि, सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा और मुझे लगता है कि ये ऐसी चीजें हैं जो इसे और अधिक उचित जगह बनाने के लिए की जा सकती हैं।
महिला सशक्तिकरण और संसद में महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने में देरी के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं और पिछली सरकार में हमने इसे पारित करने की कोशिश की थी लेकिन हमारे कुछ सहयोगी इससे खुश नहीं थे, और उन्होंने उस विधेयक को पारित नहीं होने दिया।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने कहा कि राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा प्रेम के विचार को फैलाने के लिए है, और वह अपनी छह दिवसीय यात्रा के दौरान विभिन्न समूहों के साथ बातचीत करेंगे।
--आईएएनएस/VS