Akshay Tritiya 2024 : अक्षय तृतीया के अवसर पर लोग मकान, दुकान, वाहन, सोना, आभूषण आदि खरीदते हैं।(Wikimedia Commons) 
धर्म

साल का सबसे शुभ दिन होता है अक्षय तृतीया, इस दिन दान - पुण्य का मिलता है अधिक लाभ

वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया या आखा तीज के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन आप जो भी पुण्य कर्म करते हैं, उससे अर्जित पुण्य कभी क्षय नहीं होता है। वह हमेशा आपके साथ मौजूद होता है

न्यूज़ग्राम डेस्क

Akshay Tritiya 2024 : हर साल वैशाख माह में हमलोग अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाते हैं। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया या आखा तीज के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन आप जो भी पुण्य कर्म करते हैं, उससे अर्जित पुण्य कभी क्षय नहीं होता है। वह हमेशा आपके साथ मौजूद होता है, इसके साथ ही अक्षय तृतीया पर जो लोग पाप कर्म करते हैं, उसका भी फल पूरे जीवन साथ ही रहता है क्योंकि वह भी अक्षय रहता है, इस लिए इस दिन कोई गलत काम नहीं करना चाहिए। अक्षय तृतीया के अवसर पर लोग मकान, दुकान, वाहन, सोना, आभूषण आदि खरीदते हैं।

कब है यह शुभ दिन

इस साल 10 मई दिन शुक्रवार को सुबह 04:17 से वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि का शुभारंभ होगा। यह तिथि 11 मई दिन शनिवार को मध्य रात्रि 02:50 तक रहेगी। ऐसे में इस बार अक्षय तृतीया 10 मई शुक्रवार को है। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा शुभ मानी जाती है, ऐसे में अक्षय तृतीया पर लक्ष्मी पूजा का सुंदर संयोग बन रहा है।

अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त

अक्षय तृतीया की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 05:33 से दोपहर 12:18 तक है। इस दिन आप अपनी सुविधा के अनुसार 6 घंटे से अधिक के शुभ समय में कभी भी पूजा कर सकते हैं। अक्षय तृतीया पर रवि योग सुबह 10:47 से 11 मई के सुबह 05:33 तक है।

इस दिन पितरों को किया गया तर्पण और पिंडदान अथवा अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी भी तरह का दान अक्षय फल प्रदान करता है (Wikimedia Commons)

किस मुहूर्त पर करें खरीदारी

अक्षय तृतीया को पूरे दिन अबूझ मुहूर्त होता है इसलिए अक्षय तृतीया के दिन आप सूर्योदय से लेकर रात तक कभी भी खरीदारी कर सकते हैं। उस दिन बिना पंचांग देखे ही शुभ कार्य किया जाता है। ऐसे में आप अक्षय तृतीया पर कभी भी सोना, आभूषण, मकान, दुकान, वाहन, भूमि, प्लॉट आदि खरीद सकते हैं।

दान का मिलेगा चार गुना अधिक फल

अक्षय तृतीया के दिन विवाह, गृह-प्रवेश,वस्त्र-आभूषणों की खरीदारी जैसे शुभकार्य किए जाते हैं। इस दिन पितरों को किया गया तर्पण और पिंडदान अथवा अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी भी तरह का दान अक्षय फल प्रदान करता है। अक्षय तृतीया के दिन गौ, भूमि, तिल, स्वर्ण, घी, वस्त्र, धान्य, गुड़, चांदी, नमक, शहद और कन्या दान करने का महत्व है। इस दिन जितना भी दान करते हैं उसका चार गुना फल प्राप्त होता है।

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