न्यूज़ग्राम हिंदी: गुजरात(Gujarat) में टेलीग्राम बॉट सिस्टम के आने के साथ आगामी रथयात्रा की तैयारी संचार के तरीकों में बदलाव का गवाह बनेगी। गुजरात पुलिस ने इस कार्यक्रम में शामिल हजारों कर्मियों के बीच समन्वय और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए इस दृष्टिकोण को चुना है।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के डीसीपी चैतन्य मांडलिक ने कहा, हमारा प्राथमिक लक्ष्य एक मजबूत संचार नेटवर्क स्थापित करना है जो रथ यात्रा बंदोबस्त में शामिल सभी व्यक्तियों को जोड़ता है। इससे बेहतर सुरक्षा में भी मदद मिलेगी। टेलीग्राम बॉट सिस्टम एक उपकरण के रूप में कार्य करता है।
अहमदाबाद में होने वाली यह 146वीं रथयात्रा होगी। अपनी भव्यता और पैमाने के लिए जानी जाने वाली रथयात्रा में लगभग 4,000 पुलिस कर्मी रथमार्ग पर तैनात होंगे।
हितधारकों के बीच निर्बाध संचार और समन्वय की सुविधा के लिए एक तकनीकी टीम ने टेलीग्राम बॉट सिस्टम विकसित किया है।
यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों से पुलिस कर्मियों और अधिकारियों का अहमदाबाद की ओर आना-जाना तीन दिन पहले होता है। उस समय उनकी उपस्थिति दर्ज की जाती है और उन्हें पहचानपत्र प्रदान किया जाता है, जिसमें उनकी अद्यतन तस्वीरें शामिल होती हैं।
ये आईडी कार्ड सटीक और कुशल प्रसंस्करण सुनिश्चित करने के लिए सिस्टम में अपलोड की गई जानकारी के आधार पर उत्पन्न होते हैं। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक कर्मचारी या अधिकारी को क्यूआर कोड भी दिए जाते हैं, जिससे वरिष्ठ अधिकारी या अन्य स्टाफ सदस्य उन्हें स्कैन कर सकते हैं और उनका पूरा विवरण प्राप्त कर सकते हैं।
यह प्रक्रिया आईडी कार्ड को भौतिक रूप से ले जाने या प्रस्तुत करने की आवश्यकता को समाप्त करती है और सत्यापन प्रक्रिया को तेज करती है।
बॉट में बम डिस्पोजल स्क्वॉड, पुलिस कंट्रोल रूम, पशु चिकित्सकों और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्रों के सभी संपर्क विवरण होंगे।
अहमदाबाद के जमालपुर क्षेत्र में 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ वार्षिक यात्रा पर निकलते हैं।
--आईएएनएस/VS