न्यूज़ग्राम हिंदी: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को कहा कि रायपुर में एक विशेष PMLA अदालत ने छत्तीसगढ़ में कोयला और लोहे के छर्रो की आवाजाही पर अवैध लेवी से संबंधित एक मामले में उनके द्वारा दायर दो अभियोजन शिकायतों का संज्ञान लिया है। इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई समेत अन्य जांच के दायरे में हैं। इस मामले में ईडी ने पहले विश्नोई और चौरसिया को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि इस जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपये का अपराध अर्जित किया गया था और इसका उपयोग राजनीतिक खर्च, बेनामी संपत्ति बनाने और अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए किया गया था।
ईडी ने इस मामले में 220 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की है।
ईडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोयला, लोहे के छर्रो आदि की आवाजाही पर अवैध लेवी वसूलने वाले कोयला व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी और चौरसिया के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है।
ईडी ने कई तलाशी ली हैं और अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने मामले में रायपुर की एक विशेष अदालत के समक्ष सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई और अन्य के खिलाफ दो अभियोजन शिकायतें भी दर्ज की हैं।
अब, विशेष अदालत (पीएमएलए) रायपुर ने ईडी की अभियोजन शिकायतों का संज्ञान लिया है।
मामले की आगे की जांच जारी है।
--आईएएनएस/VS