न्यूज़ग्राम हिंदी: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को कहा कि उसने चेन्नई में तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशनकॉरपोरेशन (टीएएनजीईडीसीओ) और चेट्टीनाड समूह की कंपनी दक्षिण भारत निगम (SIC) के अधिकारियों के कई ठिकानों पर छापे मारे हैं। चेन्नई में 10 परिसरों में तलाशी ली गई।
इन ठिकानों में टीएएनजीईडीसीओ के पूर्व कोयला निदेशक, सरकारी अधिकारियों और एसआईसी तथा वेस्टर्न एजेंसीज (मद्रास) प्राइवेट लिमिटेड के महत्वूपर्ण प्रबंधन कर्मियों के परिसर शामिल थे।
विशाखापत्तनम बंदरगाह से कोयले की ढुलाई में ज्यादा भुगतान का दावा कर राज्य सरकार के सार्वजनिम उपक्रम टीएएनजीईडीसीओ से सैकड़ों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए सतर्कता और भ्रष्टाचार-विरोधी निदेशालय, चेन्नई ने एफआईआर दर्ज कराई थी। उसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने मामला दर्ज किया है।
टीएएनजीईडीसीओ को यह नुकसान टीएएनजीईडीसीओ के अधिकारियों की मिलीभगत से 2001 और 2019 के बीच यह धोखाधड़ी की। संबंधित पार्टियों में से एक द्वारा दायर निषेधाज्ञा याचिका के आधार पर छह महीने के लिए दी गई प्रारंभिक निविदा को 19 साल के लिए बढ़ा दिया गया था।
ईडी ने कहा, तलाशी के दौरान, डिजिटल साक्ष्य और संपत्ति के दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। तलाशी में दक्षिण भारत निगम के खातों में सावधि जमा के रूप में पड़े 360 करोड़ रुपये की वसूली भी हुई, जिसे जब्त कर लिया गया है।
--आईएएनएस/VS