विनोद खन्ना Wikimedia
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आखिर क्यों विनोद खन्ना के पिता ने उनके सिर पर तान दी थी पिस्तौल, जानें कैसे शुरू हुआ उनका फिल्मी करियर

बेटे का फिल्मों में काम करना शायद पिता को पसंद नही आया और उन्होंने बेटे के सिर पर बंदूक तान दी और कहा यदि तुमने फिल्मों में काम किया तो मैं तुम्हें गोली मार दूंगा।

न्यूज़ग्राम डेस्क, Poornima Tyagi

विनोद खन्ना (Vinod Khanna) एक एक्टर रहे है लेकिन उनकी असल जिंदगी भी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं थी।

आज बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता विनोद खन्ना जी का जन्मदिन है। भले ही अब वे हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनके द्वारा की गई फिल्में उन्हें हमारे दिलों में जिंदा रखती हैं। विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर 1946 को हुआ था। 27 अप्रैल 2017 को वह हमें छोड़ कर चले गए। अपने आखिरी दिनों में वे कैंसर (Cancer) से लड़ रहे थे अपने आखिरी दिनों में इसी बीमारी ने उनकी जान ले ली।

जितनी सुर्खियों में विनोद खन्ना की फिल्में रही उनकी निजी जिंदगी भी उतनी ही सुर्खियों में रही। एक बार विनोद खन्ना ने बताया कि कैसे उनके सिर पर बंदूक तान दी थी। इस किस्से पर खुलकर बात करते हुए विनोद खन्ना ने बताया कि जब मैंने बॉलीवुड में कदम रखा तो मेरी फिल्म 'मन का मीत' (Mann ki meet) थी। जब 1968 में फिल्म की शूटिंग करने जा रहे थे तो उन्होंने अपने पिता किशनचंद खन्ना (Kishanchand Khanna) से यह बात शेयर की यह बात सुनकर वह भड़क गए। बेटे का फिल्मों में काम करना शायद पिता को पसंद नही आया और उन्होंने बेटे के सिर पर बंदूक तान दी और कहा यदि तुमने फिल्मों में काम किया तो मैं तुम्हें गोली मार दूंगा। उस समय वह अपनी बात पर अडिग रहे ,विनोद की मां ने बेटे और पिता के बीच बचाव करके मामले को सुलझाया।

विनोद खन्ना पत्नी कविता खन्ना के साथ

इसके बाद उनके पिता ने उन्हें 2 वर्षों तक फिल्मों में काम करने की इजाजत दे दी। किंतु एक शर्त के साथ वह शर्त यह थी कि यदि तुम इन 2 वर्षों में इंडस्ट्री में सफल नहीं हुए तो घर के बिजनेस में मेरा साथ देना होगा। लेकिन विनोद फिल्म इंडस्ट्री में सुपरहिट हो गए उनकी कई फिल्मों ने लोगों का दिल जीत लिया जैसे सच्चा झूठा, आन मिलो सजना, मेरा गांव मेरा देश जैसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट हो गई।

(PT)

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